किसानों को दिल्ली में घुसने से रोकने के लिए पहले पुलिस ने सिंघु बॉर्डर के पास पहले ड्रोन से मैपिंग की गई, फिर उन सड़कों की पहचान की गई, जहां से ट्रैक्टर दिल्ली में लाए जा सकते हैं. फिर उन सड़कों पर गड्ढे किए जा रहे हैं. जेसीबी की मदद से 10-10 फीट गहरे गड्ढे किए जा रहे हैं. 

शंभू बॉर्डर पर किसान बैरिकेडिंग के पास पहुंचे तो पुलिस की ओर से फिर आंसू गैस के गोले दागे गए. पुलिस की ओर से चेतावनी दी गई है कि वो बैरिकेडिंग के पास न आएं.

पंजाब के अधिकारियों ने शंभू बॉर्डर पर अपने क्षेत्र के अंदर हरियाणा पुलिस-प्रशासन के ड्रोन इस्तेमाल करने पर आपत्ति जताई है. पंजाब पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक पंजाब के अधिकारियों ने शंभू बॉर्डर पर पंजाब के इलाके में आंदोलनकारी किसानों पर ड्रोन के जरिए आंसू गैस के गोले छोड़ने का विरोध किया है. पंजाब के पटियाला के डिप्टी कमिश्नर (डीसी) शौकत अहमद पर्रे ने अंबाला के डिप्टी कमिश्नर को पत्र लिखकर विरोध जताया है. उन्होंने पत्र में कहा है कि अंबाला के पास शंभू सीमा पर पंजाब के क्षेत्र के अंदर ड्रोन न भेजे जाएं.

पंजाब और हरियाणा के किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच की तैयारी कर रहे हैं. किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च को पंजाब और हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर रोक लिया गया है. किसानों को रोकने और उन्हें तितर-बितर करने के लिए मंगलवार को पुलिस की ओर से आंसू गैस के दागे गए. सिंघु बॉर्डर, टीकरी बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात हैं. इन सीमाओं पर सीमेंट और लोहे की बैरिकेडिंग भी की गई है. इसके अलावा किसानों को रोकने के लिए कटीले तार और कंटेनर भी रखे गए हैं. किसानों ने मंगलवार शाम को फिर कहा कि वो सुबह फिर दिल्ली में घुसने की कोशिश करेंगे. वहीं किसानों पर पुलिस की कार्रवाई को लेकर विपक्षी दलों ने सरकार पर निशाना साधा है. 

मंगलवार को शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों ने बैरिकेडिंग तोड़ने के प्रयास किए और हरियाणा पुलिस के जवानों पर पथराव भी किया गया, जिसके जवाब में पुलिस ने वाटर कैनन और आंसू गैस का इस्तेमाल कर हालात को काबू में किया. हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता ने कहा कि प्रदर्शन की आड़ में उपद्रव फैलाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. अगर किसान दिल्ली जाना चाहते हैं तो बस या ट्रेन से जाएं या फिर पैदल जाएं हम उन्हें ट्रैक्टरों से दिल्ली नहीं जाने देंगे.