नीट यूजी रिजल्ट जारी होने के बाद से छात्रों का गुस्सा एनटीए पर फूट रहा है. मेडिकल स्टूडेंट्स ने परीक्षा आयोजित कराने वाली एजेंसी एनीटए पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं. छात्रों का मानना है कि इस बार परीक्षा में कोई ना कोई गड़बड़ी हुई है. इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि 67 स्टूडेंट्स को फुल मार्क्स आए हैं. इसके अलावा एक ही सेंटर से कई टॉपर निकलना भी नीट को शक के घेरे में खड़ा कर रहा है, जिसको लेकर सोशल मीडिया और सड़कों पर स्टूडेंट्स प्रोटेस्ट कर रहे हैं.

NEET परीक्षाओं को लेकर जो विवाद चल रहा है, उसको लेकर छात्रों का प्रदर्शन जारी है. लगातार NTA के खिलाफ विरोध किया जा रहा है, इसी कड़ी में CYSS की दिल्ली यूनिट ने 10 जून को दिल्ली यूनिविर्सिटी कैम्पस में प्रदर्शन करने की बात कही है.

नीट परीक्षा मेडिकल स्टूडेंट्स के बीच एक बड़ मुद्दा बनी हुई है. नीट यूजी गड़बड़ी मामले में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने शनिवार, 8 जून को प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की थी. जिसमें नीट रिजल्ट को लेकर उठ रहे सवालों का जवाब देने के लिए एनटीए के डायरेक्टर जनरल सुबोध कुमार ने कई सवालों को जवाब दिए. इसके बाद एनटीए ने नीट के री एग्जाम को लेकर कहा कि सभी स्टूडेंट्स का री एग्जाम नहीं होगा, जिन कैंडिडेट्स को ग्रेस मार्क्स दिए गए हैं, उनको लेकर एक कमेठी गठित की गई है. कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर एक हफ्ते बाद फैसला सामने आ जाएगा.

NEET-UG 2024 के कुछ टॉपर्स के एक ही केंद्र से होने के जवाब में एनटीए सूत्रों का कहना है कि उन उम्मीदवारों के NEET-UG परिणाम को लेकर कुछ गलतफहमी रही है जिन्होंने 720/720 अंक हासिल किए हैं और वे एक ही केंद्र से हैं. साथ ही यह स्पष्ट किया कि हालांकि इस परीक्षा केंद्र के उम्मीदवारों को प्रतिपूरक अंक दिए गए थे, लेकिन ये विशिष्ट उम्मीदवार नॉर्मलाइजेशन के माध्यम से अपने अंकों के एडजस्टमेंट से पहले ही हाई स्कोरर थे. इसके अलावा, बोनस अंकों ने उनके अंकों को आर्ट‍िफिशयल रूप से नहीं बढ़ाया, बल्कि एक स्टेस्ट‍िक फॉर्मूले का उपयोग करके परीक्षा के समय के नुकसान पर नंबर दिए गए हैं.

मेडिकल स्टूडेंट्स के आरोपों पर नेशनल टेस्ट‍िंंग एजेंसी ने अपनी सफाई पेश करते हुए खुद को नीट एंड क्लीन बताया है. पंजाब एवं हरियाणा, दिल्ली और छत्तीसगढ़ की अदालत में एनटीए ने परीक्षा में लॉस ऑफ टाइम पर चिंता जताई. इसमें पांच मई को नीट यूजी के आयोजन के दौरान कुछ परीक्षा केंद्रों पर छात्रों को देरी हुई. एनटीए को प्रस्तुत की गई इन शिकायतों के निवारण के लिए सावधानीपूर्वक विचार करने के बाद निर्णय लिया गया. एनटीए ने परीक्षा और शिक्षा के क्षेत्र के प्रतिष्ठित विशेषज्ञों से मिलकर एक शिकायत निवारण समिति का गठन किया गया, ताकि ऐसी शिकायतों/अभ्यावेदनों पर विचार किया जा सके और अपनी सिफारिशें प्रस्तुत की जा सकें.