
कोलकाता मामले पर केंद्र सरकार की ओर से पांच वकील कोर्ट में हैं. इनमें सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता, एडवोकेट माधव सिंहल, एडवोकेट अर्कज कुमार, एडवोकेट स्वाति घिल्डियाल और एमके मारोरिया शामिल हैं.
कोलकाता के RG Kar मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल की ट्रेनी डॉक्टर से रेप और हत्या के मामले पर लोगों में गुस्सा बना हुआ है. इस मामले में आरोपी से लेकर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को लेकर रोज नए खुलासे हो रहे हैं. सीबीआई मामले की जांच कर रही है. मामले पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई है. रिपोर्ट के जरिए अदालत को बताया जाएगा कि अभी तक जांच कहां तक पहुंची है.
इसके साथ ही फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FAIMA) ने नेशनल टास्क फोर्स की सिफारिशों के लागू होने तक डॉक्टरों की अंतरिम सुरक्षा की मांग की है और सुप्रीम कोर्ट में आवेदन दायर किया है. इससे पहले 20 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई में जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा ने इस मामले पर सुनवाई की थी.
कोलकाता अस्पताल में 14 अगस्त की रात हुई तोड़फोड़ मामले में बंगाल सरकार की पैरवी के लिए 21 वकीलों की टीम है. इस टीम में वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल से लेकर, मेनका गुरुस्वामी, संजय बासु, आस्था शर्मा, श्रीसत्य मोहंती, निपुण सक्सेना, अंजू थॉमस, अपराजिता जामवाल, संजीव कौशिक, मंतिका हरियाणी, श्रेयस अवस्थी, उत्कर्ष प्रताप, प्रतिभा यदा, लिहजू शाइनी कोन्याक, रिपुल स्वाति कुमारी, लवकेश भंभानी, अरुणिसा दास, देवादिप्ता दास, अर्चित अदलखा, आदित्य राज पांडेय और मेहरीन गर्ग शामिल हैं.