
भारत ने कानपुर टेस्ट मैच को 7 विकेट से जीत लिया है. इस तरह भारतीय टीम ने सीरीज पर 2-0 से कब्जा कर लिया है. बांग्लादेश ने अंतिम दिन भारतीय टीम को जीत के लिए 95 रनों का टारगेट दिया था. जिसे भारत ने महज 3 विकेट के नुकसान पर हासिल किया. इससे पूर्व रोहित शर्मा की अगुवाई में टीम इंडिया ने चेन्नई टेस्ट मैच में बांग्लादेश के खिलाफ 280 रनों से जीत हासिल की थी.
भारत को कानपुर टेस्ट में जीत के लिए 95 रनों का स्कोर मिला. लेकिन भारतीय टीम को रोहित शर्मा (8) रन के रूप में पहला झटका मेहदी हसन मिराज ने दिया. इसके बाद आए शुभमन गिल (6) ने आते ही सिक्स जड़ा, लेकिन वह फिर मेहदी की फिरकी में फंस गए और LBW आउट हो गए. इसके बाद यशस्वी जायसवाल ने आउट होने से पहले 51 रन बनाए. वहीं पंत के बल्ले से विजयी चौका निकला. विराट कोहली 29 रन पर नाबाद लौटे. पांचवें दिन बांग्लादेश की टीम दूसरी पारी में महज 146 रनों पर सिमट गई. इस तरह भारतीय टीम को 95 रनों का टारगेट जीत के लिए मिला था. भारत की ओर से बुमराह, अश्विन और जडेजा को 3-3 विकेट लिए.
दूसरी पारी में बांग्लादेश की शुरुआत खराब रही. 18 रनों के स्कोर पर ही मेहमान टीम ने जाकिर हसन का विकेट गंवा दिया. जाकिर आर. अश्विन की गेंद पर एलबीडब्ल्यू आउट हो गए. जाकिर ने 15 गेंदों का सामना किया और 10 रन बनाए. फिर अश्विन ने नाइटवॉचमैन हसन महमूद (4) को भी सस्ते में चलता कर दिया.
इसके बाद मैच के फाइनल डे (1 अक्टूबर) को अश्विन का मैजिक एक बार फिर चला, उन्होंने पहली पारी के शतकवीर मोमिनुल हक (2) को लेग स्लिप पर केएल राहुल के हाथों कैच आउट करवा दिया. बांग्लादेशी टीम को चौथा झटका कप्तान नजमुल हुसैन शांतो (19) के रूप में गिरा. जो रवींद्र जडेजा की गेंद पर रिवर्स स्वीप अटैम्प्ट करने के चक्कर में बोल्ड हो गए. तब बांग्लादेशी टीम का स्कोर 91 रन हुआ था. महज 2 रन बाद 93 रन पर अर्धशतक जड़ते ही शादमान इस्लाम (50) पर आकाश दीप की गेंद पर यशस्वी जायसवाल को कैच थमा बैठे.