
महाराष्ट्र (Maharashtra) में चुनाव से पहले सियासी सरगर्मी बढ़ी हुई है. इस बीच शरद पवार और उद्धव ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और इस दौरान एमवीए गठबंधन को लेकर बात की है. उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि एमवीए को एक दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार नहीं उतारने चाहिए. सीपीआई(एम), पीडब्ल्यूपी और एसपी जैसे अन्य सहयोगी दलों ने भी अपने उम्मीदवार उतारे हैं.
उद्धव ठाकरे ने कहा, “हमने कई बागियों से नाम वापस लेने की अपील की है. कई बागी वापस लेने के लिए तैयार भी हो गए हैं, समयसीमा खत्म होने के बाद हमें पता चलेगा कि किसने नाम वापस लिया है. जो बागी वापस नहीं लेंगे, उन पर पार्टी की ओर से कार्रवाई की जाएगी.
वहीं, उद्धव ठाकरे ने कहा, “हमने सभी बागियों से बात की है कि वे अपना नामांकन वापस लें. एक घंटे बाद सारी तस्वीर साफ हो जाएगी और जो हमारे निर्देश के बाद भी अपना नामांकन वापस नहीं लेंगे, उनके खिलाफ हम सख्त कार्रवाई करेंगे. हम दोस्ताना लड़ाई के पक्ष में नहीं हैं. हम एमवीए के तौर पर एकजुट होकर लड़ेंगे.”
डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले पर शरद पवार ने कहा कि हम चुनाव आयोग द्वारा तबादले के फैसले का स्वागत करते हैं. ऐसे अधिकारी को सत्ता का दुरुपयोग करने के लिए फंसाया गया है, जिसके खिलाफ चुनाव आयोग ने कार्रवाई की है. यह बिल्कुल सही फैसला है.
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को चुनाव होने हैं, जबकि सभी 288 सीटों पर मतगणना 23 नवंबर को होगी. बता दें कि 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 105 सीटें, शिवसेना ने 56 और कांग्रेस ने 44 सीटें जीती थीं. जबकि 2014 में भाजपा ने 122 सीटें, शिवसेना ने 63 और कांग्रेस ने 42 सीटें हासिल की थीं.