24 नवंबर को संभल की जामा मस्जिद में सर्वे की कार्रवाई के दौरान हुई हिंसा के मामले की जांच के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गठित तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग की टीम चौथी बार शुक्रवार को संभल पहुंच गई है. आयोग लोक निर्माण विभाग के निरीक्षण भवन में पहुंचेगा और यहीं पर पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों व हिंसा से जुड़े अन्य लोगों के बयान दर्ज करेगा. जिलाधिकारी राजेंद्र पेंसिया, एसपी केके बिश्नोई और एसडीएम वंदना मिश्रा के बयान न्यायिक आयोग के समक्ष होंगे.

पहली बार सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन भी आयोग के सामने अपने बयान दर्ज करने पहुंचे. संभल में 24 नवंबर को जब हिंसा हुई थी तब विष्णु शंकर जैन जामा मस्जिद में सर्वे टीम के साथ थे।