
चंडीगढ़ में आज किसानों का मार्च प्रस्तावित है और पंजाब सरकार ने भीड़ को एकत्रित होने से रोकने के प्रयास शुरू कर दिए हैं. बुधवार सुबह पंजाब से चंडीगढ़ आ रहे किसानों के जत्थों को रोका जाने लगा है. पुलिस ने अलग-अलग नाके पॉइंट बनाए हैं. यहां किसानों को रोका जा रहा है. हालांकि, कई जगहों पर किसान सड़क पर ही धरने पर बैठ गए. इससे पहले पंजाब सरकार ने कहा था कि आंदोलन की अनुमति नहीं है.
चंडीगढ़ प्रशासन ने किसानों को शहर के सेक्टर 34 में धरना देने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है. संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े किसानों का कहना है कि हमें चंडीगढ़ नहीं जाने दिया जा रहा है. धरने के मद्देनजर चंडीगढ़-मोहाली बॉर्डर पॉइंट पर बैरिकेड्स लगाए गए हैं और सुरक्षा बढ़ा दी गई है. संयुक्त किसान मोर्चा में 30 से ज्यादा किसान संगठन शामिल हैं. संगठन ने कहा, बुधवार सुबह ट्रैक्टर-ट्रॉलियों और अन्य वाहनों में चंडीगढ़ के लिए निकले किसानों को पंजाब पुलिस द्वारा रोका जा रहा है.
किसान संगठनों ने अगले एक हफ्ते तक चंडीगढ़ में धरना-प्रदर्शन का ऐलान किया है. इस बीच, पंजाब की भगवंत मान सरकार अलर्ट हो गई है और किसान नेताओं पर एक्शन लेना शुरू कर दिया है. कई किसान नेता पुलिस हिरासत में हैं या नजरबंद रखे गए हैं. वहीं, संयुक्त किसान मोर्चा ने पुलिस कार्रवाई की निंदा की है. इधर, चंडीगढ़ पुलिस ने आंदोलन को देखते हुए ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है.
दरअसल, किसानों ने ऐलान किया है कि वो 5 मार्च से चंडीगढ़ में विरोध प्रदर्शन करेंगे. इससे पहले मुख्यमंत्री भगवंत मान ने किसानों के साथ बैठक की. हालांकि, ये बैठक बेनतीजा निकली और किसान अपनी मांगों पर अड़े रहे. उसके बाद सीएम मान अचानक बैठक छोड़कर चले गए. इस बीच, पुलिस सख्त हुई और चंडीगढ़ से पंजाब तक ताबड़तोड़ एक्शन देखे गए. किसान नेता दलजिंदर गिरफ्तार हो गए हैं. कुलवंत सिंह को नजरबंद रखा गया.