हादसे के कुछ घंटों बाद पुलिस कमिश्नर जीएस मलिक ने बताया, “ऐसा लग रहा है कि विमान दुर्घटना में कोई भी जीवित नहीं बचा है. चूंकि विमान आवासीय क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हुआ था, इसलिए कुछ स्थानीय लोग भी मारे गए होंगे.” हालांकि, अब एक शख्स के जिंदा बचने की खबर सामने आई है. उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

एअर इंडिया विमान हादसे में जहां चारों ओर तबाही का मंजर देखने को मिला, वहीं दीव के रहने वाले रमेश विश्वासकुमार ने चमत्कारिक रूप से अपनी जान बचा ली. 38 वर्षीय रमेश, बुछड़वाड़ा (दीव) के निवासी हैं और फ्लाइट में सीट 11A पर बैठे थे. दावा है कि हादसे के बाद उन्होंने साहस दिखाते हुए विमान से कूदकर जान बचाई. 

अहमदाबाद पुलिस कमिश्नर जी.एस. मलिक ने बताया कि पुलिस को एक जीवित व्यक्ति सीट 11A पर मिला है, जो अब अस्पताल में भर्ती है और उसका इलाज चल रहा है. कमिश्नर ने यह भी कहा कि मृतकों की संख्या को लेकर अभी कुछ निश्चित नहीं कहा जा सकता, क्योंकि विमान रिहायशी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हुआ था और राहत कार्य अभी जारी है.

इस हादसे के बाद अहमदाबाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा से सीमित उड़ानों का संचालन फिर से शुरू किया गया है. अहमदाबाद हवाई अड्डे के पास एयर इंडिया के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद राहत और बचाव अभियान के लिए तुरंत भारतीय सशस्त्र बलों की टीमें भेजी गईं. गुजरात सरकार ने शवों की पहचान के लिए प्लेन में सवार लोगो के परिजनों से डीएनए (DNA) सैंपल देने की अपील की है. हादसा इतना भयानक था कि कई शवों की पहचान करना मुश्किल हो गया है.

गुजरात सरकार के अधिकारी ने कहा, “बीजे. मेडिकल कॉलेज में DNA परीक्षण की व्यवस्था की गई है इसलिए विमान यात्रियों के परिवारों और करीबी लोगों, विशेष रूप से उनके माता-पिता और बच्चों से अनुरोध है कि वे अपने नमूने स्थान पर जमा करें ताकि पीड़ितों की जल्द से जल्द पहचान हो सके.”

भारतीय मेडिकल एसोसिएशन (IMA) की गुजरात इकाई के अध्यक्ष डॉ. मेहुल शाह ने अहमदाबाद सिविल अस्पताल से जानकारी दी है कि तीन एमबीबीएस छात्रों की मौत हो चुकी है. फिलहाल मृतकों के नामों की पुष्टि नहीं हो पाई है. अस्पताल में लगभग 45 छात्र भर्ती हैं, जिनकी हालत स्थिर बताई जा रही है. डॉ. मेहुल शाह खुद सिविल अस्पताल में मौजूद हैं और हालात पर लगातार नजर बनाए हुए हैं.