
हरदा के हादसे वाली फैक्ट्री में लाइसेंस का गड़बड़झाला सामने आया है. सूत्रों के मुताबिक फैक्ट्री मालिक राजेश अग्रवाल के पास कुल 4 लायसेंस थे. 2 लायसेंस एल-5 कैटेगरी के थे और 2 लायसेंस एल-2 कैटेगरी के थे. इनमें से एल-2 कैटेगरी के दोनों लाइसेंस वर्तमान में सस्पेंड थे. जबकि एल-5 वाला लायसेंस एक्टिव था. L-5 लायसेंस में फैक्ट्री मालिक 300 किलो विस्फोटक रख सकता है और L-2 लायसेंस में 15 किलो विस्फोटक रख सकता है. L-5 लायसेंस भोपाल से मिलता है जबकि एल-2 लायसेंस स्थानीय स्तर पर मिलता है.
उधर, शहर की मेन मार्केट में बने तीन मंजिला आलीशान घर से फैक्ट्री मालिक राजेश अग्रवाल का पूरा परिवार घटना के बाद से फरार है. बैरागढ़ इलाके स्थित पटाखा फैक्ट्री में मंगलवार को हुई घटना के बाद अग्रवाल परिवार के लोग घर में ताला डालकर कहीं चले गए.
प्रशासन की लापरवाही का आलम यह है कि तफ्तीश के लिए अब तक आरोपी के घर को सील नहीं किया गया है. परिवारवाले जो ताला लगाकर गए हैं, उसी से घर लॉक है. पड़ोसियों का कहना है कि घर के अंदर भी पटाखे हैं. लेकिन कल से लेकर अब तक प्रशासन का कोई भी नुमाइंदा आरोपी के घर तक नहीं पहुंचा.
पड़ोसियों का आरोप है कि राजेश अग्रवाल ने घर पर भी गोडाउन बनाकर पटाखे स्टॉक कर रखे हैं. लेकिन प्रशासन तक पहुंच की वजह से राजेश का कोई कुछ बिगड़ नहीं पाता. पड़ोसियों ने मांग की है कि राजेश अग्रवाल को बुलडोजर से गिराया जाए.