भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के अपाचे हेलीकॉप्टर की बुधवार को लद्दाख में अचानक इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई. एक ऑपरेशनल ट्रेनिंग के दौरान वायुसेना के विमान की इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी. भारतीय वायुसेना ने बताया कि यह घटना लद्दाख एरिया ऑफ रिस्पॉन्सिबिलिटी क्षेत्र (एओआर) में उतार-चढ़ाव वाले इलाके और उच्च ऊंचाई से पैदा हुई चुनौतियों की वजह से हुई. उतार-चढ़ाव और ऊंचाई वाले इलाके की  वजह से हेलीकॉप्टर को नुकसान पहुंचा है. हालांकि विमान में सवार दोनों पायलट पूरी तरह से सुरक्षित हैं. उन्हें पास के एयरबेस में ले जाया गया है. 

भारतीय वायुसेना ने अपाचे हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग के सटीक कारण की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दिए गए हैं.सेना के दक्षिणी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल ए के सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ एक विशेष साक्षात्कार में सेना के परिवर्तन और परिचालन प्रभावशीलता पर इस कदम के महत्वपूर्ण प्रभाव को रेखांकित किया. दक्षिणी कमान क्षेत्र के भीतर पहला ‘मीडियम लिफ्ट अटैक हेलीकॉप्टर स्क्वाड्रन’ इस साल 15 मार्च को शुरू किया गया था. यह स्क्वाड्रन बोइंग द्वारा निर्मित अत्याधुनिक अपाचे एच-64ई हेलीकॉप्टरों से सुसज्जित होगा. उन्होंने कहा, ‘ये हेलीकॉप्टर हमारी सीमाओं के साथ विभिन्न मौसम और इलाके की स्थितियों में मिशन में शामिल होने की क्षमता रखते हैं.’