भारतीय वायुसेना का सुखोई Su-30 MKI फाइटर जेट महाराष्ट्र के नासिक जिले के निशाद तालुका के शिरासगांव में क्रैश हुआ है. यह जेट हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) को ओवरहॉलिंग और ट्रेनिंग के लिए भेजा गया था. वहां से यह सॉर्टी पर था. यानी ट्रेनिंग उड़ान के लिए हवा में था. 

विमान में मौजूद दोनों पायलट हादसे से पहले इजेक्ट कर गए. प्लेन एक खेत में गिरा है. वायुसेना ने कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दे दिया है. आपको बता दें कि पिछले साल ही इंडियन एयरफोर्स ने HAL को 12 और Su-30MKI फाइटर जेट देने को कहा था. ताकि इस जेट को और ज्यादा एडवांस और स्वदेशी बनाया जा सके. 

इन फाइटर जेट्स में भारत की भौगोलिक, मौसम और अन्य जरूरतों के हिसाब से बदलाव किया जाएगा. इसमें भारतीय रडार, मिसाइलें और सब-सिस्टम लगाए जाएंगे. ये उन 12 विमानों की जगह लेंगे, जो कुछ सालों में हादसों में खत्म हो गए. Su-30MKI एक मल्टीरोल कॉम्बैट एयरक्राफ्ट है. जो हवा से जमीन और हवा से हवा में एकसाथ युद्ध लड़ सकता है. 

यह तेज और धीमी गति में हवा में कलाबाजियां खाते हुए दुश्मन को धोखा देते हुए उनपर हमला कर सकता है. Su-30MKI रूस के Su-27 का एडवांस्ड वर्जन है. वायुसेना के पास 272 Su-30MKI हैं. इस जेट में ग्रिजेव-शिपुनोव ऑटोकैनन लगी है. जो एक मिनट में 150 राउंड फायर करती है. 

इसमें 12 हार्ड प्वाइंट्स लगे हैं. इसमें 4 तरह के रॉकेट्स लगा सकते हैं. चार तरह की मिसाइल और 10 तरह के बम लग सकते हैं. या फिर इनका मिश्रण लगा सकते हैं. इस फाइटर जेट में हार्डप्वाइंट्स में हथियारों को दागने की सुविधा ज्यादा है. अगर मल्टीपल रैक्स लगाए जाएं तो इसमें 14 हथियार लगा सकते हैं.