दिल्ली समेत देश के कई शहरों से बारिश से बर्बादी की खबरें आ रही हैं. देश के बड़े इलाकों में मॉनसूनी आफत बरस रही है. दिल्ली में कल (31 जुलाई) रिकार्डतोड़ बारिश हुई है, आज भी भारी बारिश का अनुमान है. हिमाचल में कुल्लू और शिमला जिले के करीब बादल फटा है, इसमें करीब 44 लोग लापता बताए जा रहे हैं और 9 लोगों की मौत हो गई है. उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल और केरल के वायनाड में भी बादल फटने की घटना हुई है. यानी मैदान से पहाड़ों तक बारिश का कहर जारी है.

हिमाचल प्रदेश के दो जिलों में बादल फटने से भारी तबाही की खबर है. बादल फटने की घटना कुल्लू और मंडी जिले में हुई है. कुल्लू के रामपुर क्षेत्र के समेज स्थित एक पॉवर प्लांट प्रोजेक्ट के कई लोग बादल फटने के बाद से लापता हैं. 20 से ज्यादा मकान जमींदोज हो गए हैं और कई गाड़ियां बह गईं हैं, इलाके का स्कूल भी बाढ़ में बह गया. वहीं मंडी जिले में बादल फटने के बाद एक शव बरामद हो चुका है जबकि कई लापता हैं. मंडी जिला प्रशासन ने रेस्क्यू के लिए एयरफोर्स को अलर्ट किया है. मौके पर मौजूद स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों में जुटे हैं.

एयरफोर्स के साथ एनडीआरएफ से भी मदद की मांग की गई है. थलटूखोड में फंसे हुए लोगों तक पहुंच पाना संभव नहीं हो पा रहा है इसलिए अब एयरफोर्स और एनडीआरएफ की मदद से लोगों को निकाला जाएगा. हिमाचल प्रदेश के शिमला और कुल्लू जिला के रामपुर से सटे पंद्रह बीस इलाकों में बादल फटने से भारी तबाही हुई है. जानकारी के मुताबिक श्रीखंड की पहाड़ियों पर नैन सरोवर के आसपास बादल फटने से कुर्पण, समेज़ और गानवी खड्ड में भयंकर बाढ़ आई है. शिमला जिले के गानवी और कुल्लू जिले के बागीपुल बाज़ार में नाले में उफान से तबाही हुई है.

उत्तराखंड में मंगलवार से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने जमकर तबाही मचाई है. टिहरी में पहले भारी बारिश हुई और उसके बाद बादल फट गया, जिससे तीन लोगों की मौत हो गई. केदारनाथ मार्ग पर भी बादल फटा और नेशनल हाईवे का एक हिस्सा सैलाब की भेंट चढ़ गया. इससे केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग को भी भारी नुकसान हुआ है. रामबाड़ा से लिनचोली के बीच जगह जगह पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त हुआ है. रामबाड़ा में मंदाकिनी नदी पर स्थित दो पुल बह गए. ये पुल पुराने मार्ग पर स्थित थे. इस मार्ग को यात्री और घोड़े संचालक शॉर्टकट रास्ते के रूप में उपयोग करते थे. कल रात की बारिश में मंदाकिनी नदी के तेज बहाव में ये पुल बह गए. इसके अलावा हरिद्वार, नैनीताल और बागेश्वर से भी जल प्रलय की तस्वीरें सामने आ रही हैं.

टिहरी जिले के घंसाली केदारनाथ मोटर मार्ग पर जखनियाली के पास बादल फटने से दो लोग मलबे में जिंदा दफन हो गए और एक अन्य लापता है. घंसाली के जखनयाली गांव में कल देर रात हुई आपदा की घटना के बाद उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जखनियाली निवासी प्रधान प्रतिनिधि दीपक श्रीयाल से फोन के माध्यम से बात कर स्थिति का जायजा लिया. सीएम में कहां कि वह सभी अधिकारियों से बात कर आवश्यक निर्देश दे रहे हैं. जखनियाली आपदा में अब तक एक ही परिवार के तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई वहीं एक साधु अभी भी लापता बताया जा रहा है.

कुल्लू में भारी बारिश के बाद व्यास और पार्वती नदी उफान पर हैं. जिसका असर वहां किनारे बसे इलाकों पर दिख रहा है. व्यास नदी की उफनती लहरों ने एक निर्माणाधीन इमारत को जमींदोज कर दिया. नदी में उफान के बाद कुल्लू-मनाली NH 3 बाधित हो गया है.

ग्रेटर नोएडा में भी बारिश से कहर जारी है. दादरी कस्बे में बारिश के बाद बड़ा हादसा हुआ. यहां दीवार गिरने से एक महिला और पुरुष की मौत हो गई. बारिश के बाद अचानक गिरी दीवार से दो लोगों की मौत हो गई, फिलहाल मौके पर पुलिस पहुंच गई है और जांच जारी है.

बारिश के चलते उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में रामबाग में रेलवे की पुरानी बाउंड्री वॉल भरभरा कर गिर गई. बाउंड्री वॉल गिरने की घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई. करीब 14 फीट ऊंची बाउंड्री वॉल गिरने से कई वाहन मलबे के नीचे दब गए. बाउंड्री वॉल गिरने से बिजली का खंबा भी क्षतिग्रस्त हो गया.

केरल के वायनाड में तेज बारिश के बाद लैंडस्लाइड में मरने वालों की संख्या 256 के करीब पहुंच गई है. सोमवार को वायनाड पर टूटे कुदरत के कहर के बाद पहाड़ी की चोटी से पानी के तेज़ बहाव ने छोटी इरुवाझिंजी नदी के बहने की दिशा बदल दी, जिससे उसके किनारों पर मौजूद हर चीज़ डूब गई. जहां पहले हरियाली दिखाई देती थी, वहां अब सिर्फ मलबा नज़र आ रहा है. हालात इतने पेजीदा हो गए हैं कि 3 दिन के बाद भी रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा नहीं हो पाया है. मौसम विभाग ने आज भी केरल में बारिश का अलर्ट जारी किया है, यहां तक कि बारिश का ये सिलसिला 4 अगस्त तक जारी रहने वाला है. केरल में कुल 14 जिले हैं. जिनमें से 9 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है. वहीं, 6 जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है.

राजस्थान के जयपुर में भी आफत की बारिश जारी है. शहर की सड़कें, एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, पुलिस थाने, अस्पताल सभी दरिया बन गए हैं. कच्ची बस्तियां पुरी तरह जलमग्न हो गई हैं. सिविल डिफेंस की टीम मोटर से घरों से पानी निकाल रही हैं. यहां पानी भरने के बाद से पिता के साथ 3 बच्चे लापता हो गए हैं. हालांकि सिविल डिफेंस को अभी तक किसी की बॉडी नहीं मिली.