अमरोहा। तहसीलों में किसानों के उत्पीड़न किए जाने तथा भ्रष्टाचार को लेकर तहसील में शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन के दौरान एसडीएम के कार्यालय से गायब रहने की ख़बर से नाराज़ किसानों ने गजरौला चांदपुर सड़क मार्ग जाम कर दिया।


राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश चौधरी ने कहा कि मुरादाबाद मंडल की तहसीलों में व्याप्त भृष्टाचार को लेकर भारतीय किसान यूनियन संयुक्त मोर्चा का धरना प्रदर्शन कार्यक्रम चल रहा है। मंडी धनौरा एसडीएम कार्यालय पर आज़ भारी तादाद में किसान ट्रैक्टरों में भर कर अपनी मांगों के संबंध में मंडी धनौरा एसडीएम कार्यालय पर एकत्रित हुए थे। इस दौरान मौजूद किसानों ने तहसील व चकबंदी विभाग में व्याप्त भृष्टाचार को लेकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। काफ़ी देर तक चले किसानों के धरना प्रदर्शन में मंडी धनौरा एसडीएम के नहीं पहुंचने पर नाराज़ किसान गजरौला – चांदपुर मार्ग पर बैठ गए। इस दौरान अन्य अधिकारियों के आश्वासन पर किसान सड़क से उठकर एसडीएम कार्यालय पर धरना प्रदर्शन में शामिल हो गए।


इस अवसर पर भाकियू संयुक्त मोर्चा राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश चौधरी ने आगे कहा कि गन्ने की खेती की लागत में खाद और उर्वरक पर होने वाले खर्च समेत क़रीब 74 फीसदी की बढ़ोतरी के बावजूद प्रदेश सरकार द्वारा 2023 सितंबर – 2024 के लिए गन्ने का राज्य सलाह मूल्य ( एमएसपी ) 370 रुपये निर्धारित किया गया है। भाकियू संयुक्त मोर्चा ने आगामी पेराई सत्र में गन्ना मूल्य 500 रुपये क्विंटल करने की पुरजोर मांग की है। बताया कि उर्वरकों की कीमतों में कमी, लागत में कमी या फिर फसलों के दामों में वृद्धि होने से कम पर बात बनने वाली नहीं है। किसानों ने फ़सल उत्पादन में विविधता लाने के लिए गोदाम सुविधाओं में वृद्धि के अलावा, सरकार से एक परिवार से एक सदस्य को सरकारी नौकरी का प्रावधान लागू करने के लिए सर्वे कराने की मांग उठाई।


भाकियू संयुक्त मोर्चा राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश चौधरी ने कहा कि किसानों की आय के मामले में उत्तरप्रदेश 29 राज्यों में सबसे निचले पांच राज्यों में पर है। राज्य में एक औसतन किसान की कमाई 8,061 रुपये मात्र है।अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के मुताबिक़ अहम माँगों में सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से कम कीमत पर ख़रीद को अपराध घोषित करे और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर सरकारी ख़रीद लागू हो।


उन्होंने कहा कि जैसे जैसे ज़मीनों की कीमतें बढ़ती जा रही हैं, तहसील मुख्यालय पर भू-माफियाओं गतिविधियां तेज हो रही हैं। ऐसे में ज़मीनों पर अवैध कब्जों की बाढ़ सी आ गई है। शासन – प्रशासन को ऐसे तमाम लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई करते हुए ज़मीनों को कब्ज़ा मुक्त कराया जाय। उन्होंने कहा कि तहसील व चकबंदी कार्यालयों में व्याप्त भृष्टाचार से किसान आजिज आ चुके हैं। सरकार ने इसको लेकर आंखें बन्द कर रखी हैं।


छुट्टा पशुओं द्वारा हो रहे फसलों के नुकसान की भरपाई की किसानों की मांग दोहराई गई। वहीं दूसरी ओर एक परिवार से एक नौकरी की अनिवार्यता लागू होने तथा ग्रामीण युवाओं को बेरोज़गारी भत्ता देने की व्यवस्था किए जाने के साथ ही निजी औद्योगिक कंपनियों फैक्ट्रीयों में स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराया जाए। खतौनी में अवैध वसूली के उद्देश्य से छोड़ी गई कमियों को तुरंत दूर कराया जाए। स्मार्ट मीटर लगने का विरोध किया जाएगा । आगामी गन्ना पेराई सत्र शुरू होने से पहले चीनी मिलों पर किसानों के बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान कराया जाए, गन्ने की लागत को देखते हुए आने वाले पेराई सत्र में गन्ने का न्यूनतम मूल्य रुपए 500 प्रति कुंतल किया जाए।

किसानों के फुंके ट्रांसफार्मर बदलने में टालमटोल नहीं करने एवं खेतों से गुजर रहीं लाइनों के जर्जर तारों को तुरंत बदला जाना चाहिए। नगरपालिका क्षेत्रों में जलनिकासी की व्यवस्था बुरी तरह ठप्प होने के बावजूद शासन से व्यवस्था दुरुस्त होने तक किसी भी तरह धनराशि अवमुक्त करने पर रोक लगनी चाहिए। औद्योगिक नगरी गजरौला में इंदिरा चौक से ज्ञान भारती इंटर कॉलेज तक बारिश हो जाने पर जल भराव से स्कूली बच्चों के साथ ही आमजनों को आए दिन दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सदियों से लगते चले आ रहे साप्ताहिक बाज़ार से जुड़े छोटे दुकानदारों को सरकार आर्थिक सहायता दे। ख़ासतौर से औद्योगिक नगरी में रेलवे स्टेशन रोड़ व भानपुर मार्ग पर लगने वाले बुध बाजार के स्ट्रीट वेंडर्स को ऋण उपलब्ध कराकर आत्मनिर्भर बनाने तथा दुकानदारों की सुरक्षा सुनिश्चित कर फड़ बाजार को और व्यवस्थित तरीके से लगवाने का प्रबंध जिला प्रशासन द्वारा किया जाए। जिससे जरुरतमंद किसान मज़दूरों को सस्ता व गुणवत्ता वाले रोज़मर्रा के सामान की उपलब्धता साप्ताहिक बाजारों में बनी रहे।


जिले की तहसीलों में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर गुरुवार को मंडी धनौरा तहसील परिसर में धरना प्रदर्शन पर मुख्य रूप से मौजूद रहे भाकियू संयुक्त मोर्चा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चौधरी विजयवीर सिंह , देवेंद्र सिंह ,युवा नेता रवि चौधरी , चंद्रपाल सिंह, मंडलाध्यक्ष मयंक धारीवाल , रणवीर सिंह , विनीत चौधरी, यशवीर सिंह , अभिषेक भुल्लर, समीर,कपिल चौधरी, कामिल चौधरी,प्रिंस चौधरी , अनिल चौधरी , बृजपाल सिंह , अतुल , अंकित, ताहिर , सिराजुद्दीन, महिला मोर्चा की सीमा चौधरी तथा पुष्पा , गुप्ता,सुधीर चौधरी, नितिन गोस्वामी, अनस, विकास चौधरी,मनजीत सिंह, मुनेंद्र सिंह, पंचम चौधरी , जबर सिंह, अमित चौधरी,अली आशु, साद् , रिफ़ाकत, लाखन सैनी, आदि किसान लोग मौजूद रहे।