जम्मू-कश्मीर के एक गांव में बेहद मिस्टीरियस तरीके से 17 लोगों की मौत हो गई है. केंद्र सरकार की तरफ से एक खास टीम मौके पर पहुंची है जोकि इसके पीछे का कारण का पता लगा रही है.  राजौरी के एक सुदूर गांव में एक मिस्टीरियस बीमारी ने दस्तक दे दी है. इसके कारण तीन परिवारों के 17 लोगों की मौत हो गई है. स्थिति का जायजा लेने के लिए 16 सदस्यों की केंद्रीय टीम आज गांव पहुंची हैं.

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस मामले में आपराधिक साजिश के पहलू की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का भी गठन किया है. मौतें गांव के तीन परिवारों तक सीमित हैं. 17 मौतें राजौरी शहर से करीब 55 किलोमीटर दूर स्थित बदहाल में 7 दिसंबर से 19 जनवरी के बीच हुईं है ये घटना. मौत से पहले मरीजों में के शरीर पर कुछ ऐसे लक्षण दिखाई दिए थे जैसे बुखार, दर्द, मतली, बहुत पसीना आना और बेहोशी की शिकायत की थी. अस्पताल में भर्ती होने के कुछ ही दिनों के भीतर उनकी मौत हो गई.

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस मामला को लेकर क्या कहा?

वहीं जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अब तक महामारी फैलने की संभावना से इनकार किया है. मेडिकल टीमों ने आगे की जांच के लिए नमूने लिए हैं. पिछले सप्ताह एक सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि जांच और नमूनों से यह स्पष्ट संकेत मिलता है कि ये घटनाएं बैक्टीरिया या वायरल मूल की किसी संक्रामक बीमारी के कारण नहीं हुई हैं और इसमें सार्वजनिक स्वास्थ्य का कोई पहलू नहीं है.

मोहम्मद असलम ने अपने परिवार के आठ सदस्यों को खो दिया. जिसमें उनके छह बच्चे भी शामिल हैं. रविवार शाम को उनकी बेटी की भी इस बीमारी से मौत हो गई. वहीं  दो परिवारों ने नौ सदस्यों को खो दिया है.रहस्यमय मौतों के कारण सुदूर गांव में दहशत और भय का माहौल है. इसलिए इलाके में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है. कई ग्रामीणों को सरकारी आवास में ले जाया गया है.