
पीएम मोदी ने राज्यसभा में इमरजेंसी का जिक्र कर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, “देवानंद ने इमरजेंसी को सपोर्ट नहीं किया तो इन्होंने उनकी फिल्मों पर भी बैन लगाया. कांग्रेस के मुंह से संविधान शब्द शोभा नहीं देता है.”
पीएम मोदी ने कहा कि पहले काम कैसे होते थे यह भी जानना जरूरी है ताकि पता चले कैसे देश का नुकसान किया गया. अब देखिए उत्तर प्रदेश में कृषि के लिए अहम योजना थी सरयू नहर परियोजना 1972 स्वीकृत हुई थी. ये योजना 5 दशक तक लटकी रही. 2021 में इस योजना को हमने आगे बढ़ाया है. जम्मू-कश्मीर की उधमपुर-श्रीनगर बारामुला रेल लाइन 1994 में स्वीकृत हुई थी. तीन दशक बाद आखिरकार हमने 2025 में इसे पूरा किया.
पीएम मोदी ने कहा कि हम संविधान की मूल भावना का आदर करते हैं. कांग्रेस ने आजादी के तुरंत बाद ही संविधान निर्माताओं के भावनाओं की धज्जियां उड़ा दी थी. आप कल्पना कर सकते हैं कि जब देश में चुनी हुई सरकार नहीं थी तो उसमें जो बैठे थे उन्होंने संविधान में संशोधन कर दिया. उन्होंने फ्रीडम ऑफ स्पीच को कुचला और अखबारों और प्रेस पर लगामा लगाई और डेमोक्रेट का टैग लगाकर दुनिया में घुमते रहे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये संविधान की बातें करने वालों को पता होना चाहिए कि आपातकाल में देश के गणमान्य नेताओं को हथकड़ियों और जंजिरों से बांधा गया था. कांग्रेस के मुंह में संविधान शब्द शोभा नहीं देता है. देश को जेलखाना बना दिया गया था. बहुत लंबा संघर्ष चला था.