हिन्दी सिनेमा के मशहूर कलाकार मनोज कुमार का 87 साल की उम्र में शुक्रवार को निधन हो गया. वह कई दिनों बीमार से चल रहे थे. उनके बेटे कुणाल गोस्वामी ने बताया कि वह 2-3 हफ्ते से बीमार चल रहे थे. इलाज के लिए उन्हें कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती कराया गया था. शुक्रवार तड़के 3:30 बजे अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली. अब आज यानी शनिवार को सुबह मनोज कुमार का अंतिम संस्कार होगा. मनोज का दाह संस्कार विले पार्ले के नानावटी अस्पताल के सामने पवन हंस श्मशान घाट में सुबह 11.30 बजे होगा.

दिग्गज अभिनेता और फिल्म निर्देशक मनोज कुमार का सुबह करीब 11:30 बजे जुहू स्थित श्मशान घाट पर होगा अंतिम संस्कार. मनोज कुमार के राजकीय सम्मान की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. कई पुलिस अधिकारी भी मौजूद हैं.

मनोज कुमार के क्रिया-कर्म के अंतिम दर्शन के लिए फिल्ममेकर अशोक पंडित समेत उमड़ी करीबियों और इंडस्ट्री से जुड़े लोगों की भीड़ जुटी और श्रद्धांजलि दी. लोग एक-दूसरे को ढाढ़स बंधाते हुए भी दिखाई दिए.

हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में अहम योगदान देने के लिए साल 1992 में मनोज कुमार को पद्मश्री अवॉर्ड से सम्मानित गया था. वहीं, साल 2016 में भारतीय सिनेमा का सबसे अवॉर्डा दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड से उन्हें सम्मानित किया गया था.