भारतीय टीम और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला गुरुवार (25 जनवरी) से हैदराबाद में खेला जा रहा है. इस मैच से पहले इंग्लैंड टीम के बैजबॉल की काफी चर्चा रही, लेकिन हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम, उप्पल स्टेडियम में भारतीय फिरकी ने अपना कमाल दिखाया.

हैदराबाद टेस्ट में टॉस जीतकर इंग्लैंड की टीम पहले बैटिंग करने उतरी थी. मगर जब भारतीय स्पिनर्स ने अपना कहर बरपाना शुरू किया, तो उसका यह फैसला गलत साबित हो गया. भारतीय स्पिन तिकड़ी के आगे इंग्लैंड की टीम पहले ही दिन 246 रनों पर सिमट गई.

रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम इस मैच में तीन स्पिनर रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल के साथ उतरी. इन तीनों स्पिनर्स ने मिलकर पहली पारी में कुल 8 विकेट झटके. इस दौरान अश्विन और जडेजा ने 3-3 सफलता हासिल की. जबकि अक्षर को 2 विकेट मिले.

तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को 2 सफलताएं मिली. जबकि होमग्राउंड पर खेल रहे मोहम्मद सिराज कोई विकेट नहीं ले सके. इस तरह भारतीय स्पिनर्स के आगे इंग्लैंड टीम का बैजबॉल गेम पूरी तरह से ध्वस्त नजर आया. मैच में इंग्लिश टीम का रनरेट भी  3.75 का ही रहा. मगर जब इंग्लैंड टीम अपना बैजबॉल गेम खेलने में सफल होती है, तब यह रनरेट 5 से भी ऊपर का होता है.

भारतीय स्पिनर्स के आगे सिर्फ इंग्लैंड टीम के कप्तान बेन स्टोक्स ही सफल हुए, जिन्होंने 70 रनों की पारी खेली. उन्होंने अपनी पारी में 3 छक्के और 6 चौके लगाए. उनके अलावा जॉनी बेयरस्टो 37, बेन डकेट 35, जो रूट 29, टॉम हार्टली 23 और जैक क्राउली 20 रन ही बना सके.

भारतीय गेंदबाजों में सिराज सबसे महंगे साबित हुए. उन्होंने 7 के इकोनॉमी रेट से रन लुटाए और कोई विकेट भी नहीं ले सके. उनके बाद जडेजा ने करीब 4.88 के इकोनॉमी रेट से रन दिए. सबसे किफायती अक्षर पटेल रहे, जिन्होंने 3 से भी कम इकोनॉमी रेट से रन लुटाए.