राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के प्रमुख शरद पवार ने Z+ (जेड प्लस) सिक्योरिटी लेने से किया इनकार कर दिया है. सूत्रों ने बताया कि पवार ने CRPF के अधिकारियों को लौटा दिया.

सूत्रों के मुताबिक, शरद पवार ने कहा है कि वह पहले यह जांच करेंगे कि उनके खिलाफ किस प्रकार का थ्रेट परसेप्शन है, और उसके बाद ही वह सुरक्षा लेने पर विचार करेंगे. उन्होंने इस संबंध में गृह मंत्रालय के कुछ अधिकारियों से जानकारी भी मांगी है. फिलहाल, शरद पवार ने आज Z प्लस सुरक्षा लेने से मना कर दिया है, और इस मामले में उनकी अगली कार्रवाई पर सभी की निगाहें टिकी हैं.

केंद्र की तरफ से सुरक्षा मिलने पर शरद पवार ने 23 अगस्त को जासूसी की आशंका जताई थी. उन्होंने कहा था, ‘‘गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने मुझे बताया कि सरकार ने तीन लोगों को जेड प्लस सिक्योरिटी देने का फैसला किया है और मैं उनमें से एक हूं.

उन्होंने तंज कसते हुए कहा था, ‘‘चुनाव नजदीक आ रहे हैं, इसलिए यह मेरे बारे में प्रामाणिक जानकारी हासिल करने का जरिया हो सकता है.’’ बता दें कि महाराष्ट्र में इसी साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं.