शिक्षिका मीनू पंवार के बाद अब एक और शिक्षक ने मौत को लगाया गले

शिक्षिका मीनू पवार की मौत के रहस्य को आज तक नहीं सुलझा पाई अमरोहा पुलिस

अमरोहा। उत्तर प्रदेश के अमरोहा में शिक्षिका मीनू पंवार की संदिग्ध हालात में सुसाइड मौत के बाद मंगलवार को एक ओर सरकारी शिक्षक का शव क्लासरूम में लटका मिला।
जिलाधिकारी ने घटना का संज्ञान लेते हुए मुख्य विकास अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक तथा अपर पुलिस अधीक्षक समेत एक तीन सदस्यीय समिति गठित कर प्रकरण की जांच के आदेश दिए हैं।


जिलाधिकारी निधि गुप्ता ने मंगलवार को बताया कि गजरौला थाना क्षेत्र के सुल्तानपुर ठेर स्थित कंपोजिट विद्यालय के प्रधानाध्यापक संजीव कुमार (50) का शव क्लासरूम में लटका मिला है। घटना के बारे में स्कूल शिक्षकों द्वारा पुलिस को तत्संबंधी जानकारी दी गई। बताया गया है कि पुलिस को 18 पेज़ का एक सुसाइड नोट मिला है। जिसमें बीएसए तथा स्कूल के दो शिक्षकों को जिम्मेदार ठहराते हुए अपना दर्द बयां किया है।प्रधानाध्यापक ने सुसाइड नोट में लिखा है कि मेरे केस की जांच (मुरादाबाद) मंडल के किसी अधिकारी से न कराकर सीबीआई अथवा किसी अन्य उच्चस्तरीय एजेंसी से जांच कराई जाए। आरोपी बहुत प्रभावशाली व रसूखदार हैं इस वज़ह से उसे न्याय नहीं मिल सकेगा। लिखा है कि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) मोनिका और सहायक अध्यापक राघवेन्द्र तथा अध्यापिका सरिता द्वारा लंबे समय से उसका उत्पीड़न किए जाने से तंग आकर में आत्मघाती कदम उठाने के लिए मज़बूर हो गया हूं। मृतक शिक्षक संजीव कुमार अमरोहा जनपद के बछरायूं थाना क्षेत्र के गांव जमाना बाद निवासी थे।मृतक के बेटे अनुज सिंह ने पत्रकारों को बताया कि मेरे पिता का लगातार उत्पीड़न किया जा रहा था।

दुर्भाग्यवश उच्चाधिकारियों द्वारा भी मेरे पिता द्वारा लगातार उत्पीड़न की शिकायतों को नजरांदाज कर दिया गया। जिससे हताश-निराश होकर कठोर कदम उठाने के लिए मज़बूर होना पड़ा। अनुज सिंह ने बताया कि आज़ वह सुबह सात बजे घर से स्कूल के लिए निकले थे।
गौरतलब है कि इससे पूर्व में भी क्षेत्र की होनहार शिक्षिका मीनू पंवार रहस्यमई मौत की गुत्थी आज़ भी अनसुलझी पहेली है। घटनाक्रम के अनुसार मूलरूप से जिला बागपत के दोघट थाना क्षेत्र के गांव इदरीस पुर निवासी पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त एचसीपी बिजेंद्र सिंह की 34 वर्षीया पुत्री मीनू पंवार गजरौला में रहती थी और जनपद अमरोहा के मंडी धनौरा ब्लाक के गांव वाजिदपुर में प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापिका के पद पर कार्यरत थी।

प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा तिगरी धाम गंगा स्नान मेले में देर रात तक चलने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों की संचालिका के रूप में शिक्षिका प्रशासनिक कैंप में ठहराया गया था। मेले के समापन के पश्चात तीन दिसंबर रात को शिक्षिका मीनू पंवार का शव किराए के मकान में लटका मिला था। शिक्षिका के अंतिम संस्कार में तत्कालीन जिलाधिकारी, एसपी, मुख्य विकास अधिकारी समेत अन्य कई प्रमुख लोग गढ़गंगा-बृजघाट में शामिल हुए थे।


अमरोहा पुलिस ने शिक्षिका की मौत के राज़ का खुलासा उसके एंड्रॉयड स्मार्टफोन के लाक खुलने पर करने का दावा किया गया था। लेकिन घटना को एक वर्ष बीतने को है मीनू पंवार के फोन का लाक नहीं खुलने से हाईप्रोफाइल रहस्यमई मौत का पुलिस आज़ तक पर्दाफाश नहीं कर पायी है।