
पर्थ का ऑप्टस स्टेडियम तेज गेंदबाजों के लिए स्वर्ग साबित हुआ. बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट में अब तक गिरे सभी 20 विकेट तेज गेंदबाजों को मिले. ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजों के बाद भारत की पेस बैटरी का भी जमकर जादू चला और जसप्रीत बुमराह-मोहम्मद सिराज-हर्षित राणा की तिकड़ी ने भी कंगारू टीम पर काउंटर अटैक करते हुए सभी 10 विकेट अपने नाम किए. इस तरह कंगारू टीम भारत के 150 रनों के जवाब में 104 रनों पर सिमट गई.
बुमराह ने भारतीय टीम की ओर से सबसे ज्यादा 5 विकेट झटके. भारत की पहली पारी के आधार पर 46 रनों की बढ़त मिली है. इस तरह भारत के तीन तेज गेंदबाजों ने मिलकर ऑस्ट्रेलिया की टीम के 10 विकेट झटके. खास बात यह रही कि पर्थ में अब तक हुई दोनों पारियों में एक भी विकेट स्पिनर को नहीं मिला.
ऑस्ट्रेलिया टीम की दूसरी पारी में शुरुआत भारत से भी ज्यादा खराब हुई. आज (23 नवंबर) खेल के दूसरे दिन कंगारू टीम ने 67/7 से खेलना शुरू किया. जसप्रीत बुमराह ने सुबह की अपनी पहली गेंद पर एलेक्स कैरी को आउट कर अपने पांच विकेट पूरे किए, जो ऑस्ट्रेलियाई टीम को आठवां झटका रहा. कैरी 21 रन बनाकर विकेटकीपर ऋषभ पंत को कैच थमा बैठे. ऑस्ट्रेलियाई टीम का आठवां विकेट 70 रन के स्कोर पर गिरा.
इसके बाद कंगारू टीम को नौवां झटका नाथन लायन के रूप में लगा. लायन 5(16) को हर्षित राणा ने आउट किया, वह केएल राहुल को कैच थमा बैठे. जब लायन आउट हुए तो ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 79/9 हो चुका था. वही कंगारू टीम की ओर से आउट होने वाले आखिरी बल्लेबाज मिचेल स्टार्क (26) रहे. अपनी पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया टीम 104 रनों पर सिमट गई. स्टार्क और हेजलवुड (7) ने आखिरी विकेट के लिए 25 रनों की पार्टनरशिप की.
भारत की ओर से पहली पारी में जसप्रीत बुमराह ने सबसे ज्यादा 5 विकेट लिए. वहीं हर्षित राणा को तीन, जबकि मोहम्मद सिराज को दो सफलताएं हासिल हुईं. कुल मिलाकर बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया को हाफ किया तो राणा और सिराज ने साफ किया.
इससे पूर्व भारतीय टीम ने पहली पारी में नीतीश रेड्डी के 41 रनों की बदौलत 150 रन बनाए. ऑस्ट्रेलिया की ओर से पैट कमिंस, मिचेल स्टार्क और मिचेल मार्श ने दो-दो विकेट लिए. जबकि हेजलवुड को सर्वाधिक चार सफलताएं प्राप्त हुईं. ऑस्ट्रेलिया की तरफ से सभी 10 विकेट तेज गेंदबाजों ने निकाले.