MSP समेत तमाम मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने शनिवार को दिल्ली मार्च बुलाया. 101 किसानों के जत्था शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच के लिए निकला. हालांकि, शंभू बॉर्डर पर तैनात पुलिसकर्मियों ने बैरिकेडिंग करके उनका रास्ता रोक दिया. जब किसानों ने बैरिकेडिंग हटाने की कोशिश की तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया.

पंजाब और हरियाणा की सीमाओं पर देश के किसानों का आंदोलन लगातार जारी है. प्रदर्शन के 307वें दिन किसान केंद्र सरकार के साथ बातचीत की मांग पर अड़े हुए हैं. किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) के नेता सरवन सिंह पंढेर ने इस मुद्दे से निपटने के सरकार के तरीके सवाल उठाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान पर चुप रहने का आरोप लगाया. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकारी एजेंसियां ​​आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश कर रही.

सुप्रीम कोर्ट में कल किसान आंदोलन को लेकर सुनवाई की गई थी. जिसमें किसान आंदोलन को खत्म कराने की मांग की गई थी. जिस पर कोर्ट ने कहा कि हम कोई ऐसा आदेश नहीं देने वाले जिससे किसानों का आंदोलन प्रभावित हो. वे शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं.