
देशभर के कई इलाकों में गर्मी का कहर देखने को मिलने लगा है. राजस्थान में अप्रैल के पहले सप्ताह में प्रचंड गर्मी का दौर शुरू हो गया है. अचानक तीन दिनों में गर्मी ने तेवर दिखाए हैं. यहां पर सुबह 8 वजह से ही तेज धूप रहती है और देर शाम 7 बजे तक लू के थपेड़े चल रहे हैं.
राजस्थान में पिछले 26 साल का रिकॉर्ड टूट गया है, जहाँ पर अप्रैल के पहले सप्ताह में ही बाड़मेर में पारा 46 डिग्री के आसपास पहुँच गया. राजस्थान के ज़्यादातर शहरों में तापमान 40 डिग्री के ऊपर बना हुआ है. जयपुर में भी अधिकतम तापमान 40 डिग्री के ऊपर रह रहा है. सबसे ज़्यादा आज भी सरहदी ज़िलों में बाड़मेर, जैसलमेर और श्री गंगा नगर के इलाक़े हैं, जहाँ तापमान 45 डिग्री के ऊपर है. आने वाले दिनों में भी फिलहाल गर्मी से राहत के कोई आसार नहीं हैं.
यूपी के ज्यादातर इलाकों में झुलसाने वाली गर्मी पड़नी शुरू हो गई है. पश्चिमी यूपी और दिल्ली से सटे कई जिले लू की चपेट में हैं. कल वाराणसी, बलिया, प्रयागराज, फतेहपुर, सुल्तानपुर, अयोध्या, झांसी और हमीरपुर में पारा 40 डिग्री सेल्सियस के पार चला गया है. प्रयागराज में सर्वाधिक 41.4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया.
मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिनों तक तीखी धूप रहेगी. फिलहाल गर्मी से राहत के आसार नहीं हैं, रात का पारा भी बढ़ेगा. मौसम विभाग ने सोमवार और मंगलवार को आगरा और दिल्ली से सटे जिलों गाजियाबाद, हापुड़, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, अलीगढ, मथुरा, हाथरस, आगरा, फिरोजाबाद और आसपास के इलाकों में लू की चेतावनी जारी की है. राजधानी लखनऊ में कल गर्मी से लोग बेचैन रहे. छुट्टी का दिन होने के बावजूद चिलचिलाती धूप और गर्म हवा ने लोगों को घर से बाहर निकलने से रोके रखा.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि लखनऊ में अगले दो दिन तक गर्मी यूं ही बरकरार रहेगी. मौसम में कोई विशेष बदलाव नहीं होगा. अगले दो दिन में अधिकतम तापमान 40 डिग्री के पार चले जाने के आसार हैं. 8 अप्रैल के बाद मौसम में थोड़े बहुत बदलाव के संकेत हैं. कल के दिन का अधिकतम तापमान 0.3 डिग्री की मामूली बढ़त के साथ 38.8 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से 1.6 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा.
मौसम विभाग के खतरनाक पूर्वानुमान के जवाब में यूपी सरकार ने जिला प्रशासन को शमन उपायों को लागू करने का निर्देश दिया है. जिलों के अस्पतालों को भी गर्मी से संबंधित रोगों में वृद्धि पर एहतियातन सतर्क रहने के लिए कहा गया है. राज्यभर में पशु आश्रय स्थलों को पशुओं को छायादार क्षेत्र, पर्याप्त पानी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है.