
महाराष्ट्र के नासिक में एक अनाधिकृत धार्मिक स्थल हटाने को लेकर पथराव की घटना सामने आई है. जिससे 21 पुलिसकर्मी हो गए. हालांकि सूचना लगते ही मौके पर बड़े अधिकारी भी पहुंच गए और समय रहते हस्तक्षेप कर शांति बहाल कर दी. फिलहाल अभी अनाधिकृत धार्मिक स्थल को हटाने का कार्य जारी है.
मामले के संबंध में जानकारी देते हुए डिप्टी कमीश्नर कीरण चावन ने बताया कि एक टीम अवैध निर्माण हटाने के लिए आई थी लेकिन उसी समय भीड़ ने विरोध करना शुरू कर दिया. देखते ही देखते भीड़ ने पथराव करना शुरू कर दिया, जिससे मौके पर गए तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए.
इसके बाद दरगाह के ट्रस्टी और एक प्रमुख नागरिक उन्हें समझाने गए लेकिन उन्होंने उनकी बात अनसुनी कर दी और प्रमुख नागरिक व पुलिस पर पथराव कर दिया. जिससे कई अन्य पुलिसकर्मी भी घायल हो गए.
पथराव की इस घटना में कुछ कारें क्षतिग्रस्त हो गईं. स्थिति को नियंत्रण के लिए मौके पर कई थानों की फोर्स बुला ली गई. जिसके बाद हल्का बल का भी प्रयोग किया गया. फिलहाल स्थिति पूरी तरह शांत है.
धार्मिक स्थल के अवैध निर्माण पर कार्रवाई जारी है. अतिक्रमण हटाने का काम एक बार फिर सुबह से शुरू हो गया है. दरगाह के पास पुलिस बंदोबस्त काफी बढ़ाया गया है. दरगाह के आसपास तीनो तरफ के सड़क पर पुलिस तैनात की गई है और किसी भी बाहरी व्यक्ति या गाड़ी को अंदर आने नही दिया जा रहा है. पुलिस वैन लगाकर सड़क को बेरिकेट किया गया है. दरगाह कमेटी का कहना है कि पीर बाबा की यह दरगाह 350 साल पुरानी है. जबकि, सकल हिंदू समाज ने इसे ध्वस्त कर यहां हनुमान मंदिर बनाए जाने की मांग की है.