हिमाचल में तबाही का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. आसमान से हो रही बेतरतीब बारिश और दरकते पहाड़ दिलों में खौफ पैदा कर रहे हैं. कुल्लू में बादल फटने के बाद सैलाब ने जो तबाही मचाई उसकी तस्वीरें अभी धुंधली भी नहीं हुई कि शिमला में एक पांच मंजिला इमारत 5 सेकेंड में जमींदोज़ हो गयी. 

यहां चल रहे फोरलेन के निर्माण की वजह से इस इमारत में पहले से ही गहरी दरारें आ गई थीं. प्रशासन ने इमारत को खाली करा लिया था जिससे किसी जान माल का नुकसान तो नहीं हुआ.

लेकिन बारिश के मौसम को देखते हुए आसपास की इमारतों के लोगों में दहशत का माहौल है. शिमला के रिज में पूरी तरह धुंध छाई हुई है और 6 जुलाई तक तेज बारिश का अनुमान लगाया जा रहा है.

भारी बारिश और बादल फटने से मंडी के अलग अलग हिस्से में तबाही जारी है. पंडोह डैम से 1 लाख 50 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है..जिससे पंडोह बाजार में बीती रात पानी भरने से भगदड़ जैसे हालात हो गए. आज भी मंडी में बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है. जिले के स्कूल कॉलेज आज बंद हैं.

हिमाचल के शिमला, मनाली, कुल्लू, कुफरी, बिलासपुर, चंबा, धर्मशाला, हमीरपुर समेत कई जिलों में अगले दो दिन भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. हिमाचल में जून में 135 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य औसत 101 मिमी से 34 प्रतिशत ज्यादा है. यह 1901 के बाद से राज्य में जून में दर्ज की गई 21वीं सबसे ज्यादा बारिश थी, जिसने खूब आफत मचाई. इससे कई जगह घटनाएं घटी, जिनमें लोगों की मौत भी हुईं. राज्य में बीते 24 घंटे में तीन लोगों की मौत हुई है.

इस मानसून सीज़न में अब तक 20 लोगों बिगड़े मौसम की वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं. बारिश के कारण अबतक हिमाचल प्रदेश में 800 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है. मौसम की वजह से हिमाचल में 130 इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप्प हो गयी है. कई जगह पानी की सप्लाई भी प्रभावित है. भूस्खलन की वजह से 259 सड़कें बंद हैं. 

मंडी के सबसे ज़्यादा प्रभावित इलाके थुनाग, करसोग और कुकलाह हैं. जहां सड़कें बह गईं, बादल फट गए और नदी-नालों में उफान के साथ अचानक बाढ़ आ गई जिससे काफ़ी नुकसान हुआ है. हिमाचल प्रदेश के सोलन में चंडीगढ़-शिमला नेशनल हाईवे-5 पर मार्ग चक्की मोड़ पर पहाड़ी से लगातार पत्थर व मलबा गिर रहे हैं. इसके कारण बार-बार यहां ट्रैफिक बंद हो रहा है. लंबा जाम लगा हुआ है. चक्की मोड को क्रॉस करने में लोगों को कई-कई घंटे का समय लग रहा है. रविवार को भी इसी तरह की स्थिति बनी हुई थी.