उत्तर भारत के ज्यादतर इलाके आग की भट्टी की तरह दहक रहे हैं. राजस्थान के कई शहरों में नौतपा की गर्मी लोगों को झुलसा रही है. चुरू में तो लोग साढ़े पचास डिग्री सेल्सियस तापमान के टॉर्चर को झेलने के लिए मजबूर हैं. दिल्ली के कुछ हिस्सों में भी मंगलवार को पारा लगभग 50 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ गया है. दिल्ली के अलावा भी आधा भारत सूरज की आग में तप रहा है. इसमें राजस्थान-गुजरात-पंजाब हो या हरियाणा और यूपी-एमपी, यहां तक कि पहाड़ी इलाके भी भीषण गर्मी से अछूते नहीं हैं.

मौसम वैज्ञानिकों से लेकर बड़े-बड़े विद्वान इस गर्म मौसम के लिए कई बातों को जिम्मेदार बता रहे हैं. इसमें क्रकीट में चादर में लिपटते शहर हों या क्लाइमेट चेंज की बात लेकिन आम लोगों के दिमाग में बस एक ही सवाल है कि इस चिलचिलाती गर्मी से आखिर कब राहत मिलेगी. गर्मी पर मौसम विभाग का क्या कहना है? आइये जानते हैं.

गर्मी से राहत की बात पर मौसम विभाग की तरफ से भी अच्छे संकेत नहीं मिल रहे हैं. चूंकि देश के विभिन्न हिस्सों में तापमान बढ़ता ही जा रहा है इसलिए फिलहाल लू के कम होने के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं. मौसम विज्ञान के पूर्वानुमानों से पता चलता है कि गर्मी का यह तीव्र दौर कम से कम अगले दो दिनों तक बना रह सकता है, जिससे पहले से ही चिलचिलाती परिस्थितियों से निपटने के लिए संघर्ष कर रहे लोगों के बीच चिंताएं बढ़ सकती हैं. 

इसके बाद मौसम विज्ञानियों को एक उम्मीद की किरण दिख रही है. उनका कहना है कि देश के पश्चिमी हिस्से में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बन सकता है. इससे अरब सागर की नमी खिंच कर देश के मैदानी इलाकों तक आएगी. तब जाकर गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकती है. लेकिन ये राहत कितने दिन की होगी इस बारे में फिलहाल कुछ नहीं कहा जा सकता. अरब सागर की नमी और गर्म हवाओं की वजह से बारिश होने की संभावना है. इससे कुछ समय के तापमान में गिरावट आएगी और हीटवेव से थोड़ी राहत मिलेगी.

दिल्ली में गर्मी की वजह इसके आसपास के राज्य हैं. दिल्ली के चारों तरफ जमीन ही जमीन है यानी इसके नजदीक न कोई पहाड़ है और न ही कोई समंदर बल्कि इससे कुछ दूर रेगिस्तानी राज्य राजस्थान है, जहां गर्मी से रेत तपना शुरू हो जाता है और वहां से आ रही हवाएं दिल्ली के तापमान को बढ़ाने लगती हैं. फिलहाल जो गर्मी है, उसके पीछे एक वजह पश्चिम से आ रही गर्म हवा भी है. इससे रेगिस्तानी गर्मी बहकर उत्तर-पश्चिम के मैदानी इलाकों में आती है. इसकी वजह से दिल्ली और उसके आसपास का तापमान तेजी से बढ़ जाता है. यहां तक कि तापमान 50 के आंकड़े तक पहुंच गया है.

दिल्ली के बाहरी इलाके मुंगेशपुर और नरेला में मंगलवार को सामान्य से 9 डिग्री ज्यादा 49.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. इसके अलावा नजफगढ़ में तापमान 49.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि पीतमपुरा और पूसा में तापमान 48.5 डिग्री दर्ज किया गया.

आईएमडी के क्षेत्रीय प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि नजफगढ़ और मुंगेशपुर में इतना अधिक तापमान इसलिए हो रहा है क्योंकि ये शहर के बाहरी इलाके हैं. दूसरा कारण हवा की दिशा है. जब हवा पश्चिम से चलती है, तो ये उन क्षेत्रों को सबसे पहले प्रभावित करती है चूंकि वे बाहरी इलाके में हैं इसलिए यहां का तापमान तेजी से बढ़ता है.