फिल्म अभिनेता सलमान खान पर एक बार हमला करने की कोशिश को मुंबई पुलिस ने नाकाम कर दिया है. नवी मुंबई पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई के गिरोह के चार लोगों को गिरफ्तार किया है जो पनवेल में अभिनेता सलमान खान की कार पर हमला करने की योजना बना रहे थे.  इसके लिए पाकिस्तानी हथियार सप्लायर से हथियार मंगवाने की योजना थी.

गिरफ्तार किए गए चारों आरोपी लॉरेंस बिश्नोई गैंग के मेंबर हैं. इन्होंने फार्म हाउस और कई शूटिंग स्थलों की रेकी की थी. इन्हें सलमान खान पर Ak- 47 सहित कई अन्य हथियारों से फायरिंग करने का आदेश दिया गया था. पुलिस को ऐसे कई विडियोज आरोपियों के मोबाइल से बरामद हुए हैं. 

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान धनंजय उर्फ ​​अजय कश्यप, गौरव भाटिया उर्फ ​​नहवी, वासपी खान उर्फ ​​वसीम चिकना और रिजवान खान उर्फ ​​जावेद खान के रूप में हुई है. पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई, अनमोल बिश्नोई, संपत नेहरा, गोल्डी बरार समेत 17 से अधिक लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज है और आगे की जांच जारी है.

पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया कि अजय कश्यप पाकिस्तान में डोगा नामक एक व्यक्ति के संपर्क में था, जो एम-16, एके-47 और एके-92 खरीदने के लिए काम करता था. एफआईआर में भी यही बात कही गई है.

आपको बता दें कि इसी साल 14 अप्रैल को सलमान के घर पर लॉरेंस गैंग से जुड़े दो शूटरों ने फायरिंग की थी. सुबह-सुबह दो अनजान लोगों ने सलमान खान ने सलमान खान के बांद्रा स्थित गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर तीन से चार राउंड हवाई फायरिंग की. दोनों शूटर बाइक से आये थे और फिर हवा में फायरिंग करके भाग गए. दोनों ने हेलमेट पहना हुआ था, जिसकी वजह से उनकी पहचान नहीं हो पाई थी. सलमान के अपार्टमेंट के बाहर उन गोलियों के निशान भी मिले हैं. एक गोली उनकी बालकनी के नेट को चीरती हुई भी निकल गई.

तब सोशल मीडिया पर लॉरेंस के भाई अनमोल बिश्नोई ने इस वारदात की जिम्मेदारी ली. इसके बाद में शूटरों से हुई पूछताछ में भी दोनों ने लॉरेंस गैंग से ही इस काम के लिए सुपारी मिलने की बात कबूल की थी. मुंबई क्राइम ब्रांच ने बिश्नोई बंधुओं को इस केस में आरोपी बनाया और अब वो लॉरेंस से पूछताछ की तैयारी कर रही है.लॉरेंस बिश्नोई फिलहाल गुजरात की साबरमती जेल में बंद है.