
पटना में सीबीआई की गिरफ्तारियों ने नीट पेपर लीक मामले में कई खुलासे किए हैं. पेपर लीक के सरगना संजीव मुखिया के बारे में अन्य आरोपियों से पूछताछ की गई, जिसमें संजीव मुखिया के काले साम्राज्य को लेकर कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं. पूछताछ में पता चला है कि आरोपी संजीव किसी फर्म की तरह पेपर लीक का पूरा नेटवर्क चलाता था और पेपर लीक का पूरा गिरोह संजीव मुखिया के इशारों पर काम करता था.
नीट पेपर लीक की जांच के दौरान पटना सीबीआई ने कई आरोपियों की गिरफ्तारी की है, जिनसे नीट पेपर लीक के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया के नटवर्क का पता लगाया गया. पुलिस को पता चला कि संजीव पेपर लीक का मास्टरमाइंड था, उसने इस काम के लिए कई लोग हायर किए हुए थे. आरोपी संजीव ने नेटवर्क में लड़कों को सैलरी पर रखा हुआ था. कई लड़कों को इस काम के लिए बाइक भी दी हुई थी. जांच में आगे पता चला कि नालंदा और पटना जिले में संजीव मुखिया के पास 30 कर्मचारी थे, जिन्हें वह सैलरी भी दिया करता था. वह बेरोजगार, तेजतर्रार और भरोसेमंद युवकों को अपने नेटवर्क में जोड़ लेता था.
NEET पेपर लीक मामले में बिहार पुलिस संजीव कुमार उर्फ संजीव मुखिया उर्फ लुटन की तलाश कर रही है. संजीव मुखिया पेपर लीक गिरोह को नालंदा से ही ऑपरेट किया करता था. आरोपियों ने बताया कि संजीव देश के किसी भी कोने में हो सकता है. वह नेपाल भी अक्सर जाता रहता है. संजीव मुखिया उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, गुजरात और अन्य कई राज्यों में अपने कॉन्टेक्ट बनाए हुए है. CBI की टीमें फिलहाल 6 राज्यों में संजीव मुखिया की तलाश कर रही हैं.
जांच में पता चला है कि यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में पकड़े रवि अत्री भी संजीव मुखिया से जुड़ा है. संजीव मुखिया, पुलिस के हाथ लगता है तो नीट के अलावा यूपी पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती, रिवेन्यू ऑफिसर भर्ती (RO/ARO) पेपर लीक, बिहार शिक्षक भर्ती (BPSC TRE 3.O) समेत कई परीक्षाओं के पेपर लीक की गुत्थी सुलझ सकती है.