
मोदी सरकार ने अपने तीसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश कर दिया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बजट में कई बड़े ऐलान किए हैं, जिसमें मोबाइल फोन्स को लेकर भी एक बड़ी राहत दी गई है. भारत में मोबाइल फोन मैन्युफैक्चरिंग पिछले कुछ सालों में तेजी से बढ़ी है.
भारत में मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने कस्टम ड्यूटी में कटौती का ऐलान किया है. ये कटौती मोबाइल फोन्स और कई दूसरे पार्ट पर की गई है. इसका इंडस्ट्री पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा और इससे फोन्स की कीमत भी कम हो सकती है.
Budget 2024 में सरकार ने मोबाइल और एक्सेसरीज पर बेसिक कस्टम ड्यूटी को घटाकर 15 परसेंट कर दिया है. वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में कहा कि भारतीय मोबाइल इंडस्ट्री अब मेच्योर हो गई है. इसके साथ ही उन्होंने बेसिक कस्टम ड्यूटी को घटाने का ऐलान किया है.
बेसिक कस्टम ड्यूटी को मोबाइल फोन्स, मोबाइल PCDA (प्रिंटेड सर्किट डिजाइन एसेंबली) और मोबाइल चार्ज पर कम किया गया है. इन सभी पार्ट्स पर बेसिक कस्टम ड्यूटी को घटाकर 15 परसेंट कर दिया गया है.
कस्टम ड्यूटी कम होने की वजह से मैन्युफैक्चरिंग कॉस्ट कम होगी, जिसका फायदा कंज्यूमर्स को मिलेगा. आसान शब्दों में कहें, तो इससे स्मार्टफोन्स की कीमत कम होगी. मोबाइल PCDA और चार्जर पर BCD कम होने से ओवरऑल प्रोडक्शन कॉस्ट कम होगी, जिसकी वजह से डिवाइसेस को ज्यादा अफोर्डेबल बनाया जा सकेगा.
मोबाइल फोन्स और एक्सेसरीज के सस्ते होने से इनका इस्तेमाल ज्यादा से ज्यादा लोग कर सकेंगे. इसके साथ ही कंज्यूमर्स नई टेक्नोलॉजी पर अपग्रेड कर सकेंगे. इस ऐलान की वजह से लोकल प्रोडक्शन बढ़ेगा. यानी भारत में फोन्स की मैन्युफैक्चरिंग बढ़ेगी. कंज्यूमर्स को ज्यादा से ज्यादा ब्रांड देखने को मिलेंगे, जिससे बाजार में कंपटीशन बढ़ेगा. इसका सीधा फायदा कंज्यूमर्स को मिलेगा.
फिलहाल भारत में चीनी ब्रांड्स के साथ-साथ Apple भी अपने कई प्रोडक्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग करता है. कंपनी ने पिछले साल Made In India लेटेस्ट iPhones को लॉन्च किया था. हालांकि, कंपनी अभी भी प्रो मॉडल्स को भारत में मैन्युफैक्चर नहीं करती है.
आम बजट 2024 में सरकार ने खास टेलीकॉम इक्विपमेंट्स पर बेसिक कस्टम ड्यूटी को 10 परसेंट से बढ़ाकर 15 परसेंट कर दिया है. ये बढ़ोतरी टेलीकॉम PCBA पर की गई है. इसका असर टेलीकॉम सर्विसेस पर पड़ सकता है. टेलीकॉम इक्विपमेंट्स पर कस्टम ड्यूटी बढ़ने से नेटवर्क का विस्तार स्लो हो जाएगा. हालांकि, इसके जरिए PCB की लोकल मैन्युफैक्चरिंग बढ़ेगी, लेकिन इसमें वक्त लगेगा.