
प्रेस कांफ्रेंस से पहले कांग्रेस के ऑफिशियल पेज पर एक वीडियो शेयर किया गया. इसमें लिखा कि कुर्सी की पेटी बांध लीजिए. इसके साथ ही पुरानी प्रेस कॉन्फ्रेंस की एक क्लिप भी शेयर की गई है. ऐसे में लगभग ये तय माना जा रहा है कि इस बार भी राहुल वोट चोरी का ही मुद्दा उठाने वाले हैं.
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा, ‘आज राहुल गांधी अपनी प्रेस कांफ्रेंस के जरिए भारत के लोकतंत्र को कमजोर करने की साजिश का हिस्सा बनेंगे. मेरा पीआईबी और ईडी से आग्रह है कि 2004 से लेकर 2025 तक सैम पित्रोदा जो अमेरिका में रहकर कांग्रेस को संचालित करते हैं, उनके पूरी फंडिंग, उनकी मुलाकात, वह राहुल गांधी को विदेश दौरों पर किनसे मुलाकात करवाते हैं, इन सबकी जांच होनी चाहिए. कांग्रेस ने भिंडरावाले, 1967 में कम्युनिस्ट का समर्थन लेकर तिरुपति से पशुपतिनाथ तक नक्सली पैदा किए, अब सोरोस, रॉकफेलर, USAiD के साथ मिलकर अराजकता फैलाना चाहते हैं.’
राहुल ने चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष को जो वर्ग वोट करते हैं उनके वोट काटे जा रहे हैं. सॉफ्टवेयर के जरिए वोट डिलीट के आवेदन किए गए हैं. कर्नाटक के बाहर के फोन नंबर इस्तेमाल कर वोट डिलीट कराए गए हैं. सूर्यकांत नाम के शख्स ने 14 मिनट में 12 वोट डिलीट करने के फॉर्म भरे हैं. इस दौरान राहुल ने वीडियोज और लोगों को पेश किया.
राहुल गांधी ने कहा कि यह इस देश के युवाओं को यह समझाने और दिखाने की दिशा में एक और मील का पत्थर है कि चुनावों में किस तरह धांधली हो रही है. मैं चुनाव आयोग ज्ञानेश कुमार के बारे में एक मजबूत दावा पेश करने जा रहा हूं. उन्होंने कहा कि मैं भारत के लोगों को एक ऐसा स्पष्ट और स्पष्ट सबूत दिखाने जा रहा हूं कि भारत का चुनाव आयोग भारतीय लोकतंत्र को नष्ट करने वालों को बचा रहा है, मैं आपको यह भी बताऊंगा कि वोट कैसे जोड़े और काटे जाते हैं और यह कैसे किया जाता है.