
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देशवासियों के लिए बड़ा ऐलान किया. उन्होंने युवाओं से लेकर व्यवसायियों के लिए खास तोहफा दिया है. उन्होंने आज युवाओं के लिए प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना का ऐलान किया, जो करीब 3.5 लाख युवओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा करेगी. उन्होंने कहा कि आज से ही इस योजना की शुरुआत की जा रही है.
वहीं GST को लेकर भी प्रधानमंत्री ने बड़ा ऐलान किया. उन्होंने कहा कि दिवाली से हम नया जीएसटी रिफॉर्म लेकर आ रहे हैं, जिसके तहत मौजूदा जीएसटी दरों की समीक्षा की जाएगी. साथी टैक्स स्लैब को भी तर्कसंगत बनाया जाएगा.
GST के तहत कई तरह के टैक्स स्लैब हैं, जो वस्तुओं पर अलग-अलग हैं. नए जीएसटी रिफॉर्म्स के तहत इन सभी वस्तुओं पर लगने वाले GST की समीक्षा की जाएगी, जिसके बाद यह तय किया जाएगा कि किस वस्तु पर कितनी जीएसटी दर लागू होगी. अभी मौजूदा जीएसटी स्लैब 0%, 5%, 12%, 18%, 28% लागू हैं. इसके अलावा कीमती धातुओं पर 0.25% और 3% की विशेष दरें भी लागू हैं. रिपोर्ट्स है कि इस स्लैब को कम किया जा सकता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि पीएम विकसित भारत रोजगार योजना, नौवजवानों के लिए रोजगार के नए-नए अवसर पैदा करेगी. यह योजना पहली बार प्राइवेट सेक्टर में नौकरी करने वाले युवाओं को 15000 रुपये देगी. यह राशि दो किश्तों में दिए जाएंगे. पहली किश्त 6 महीने पूरे होने और दूसरी किश्त 1 साल के पूरे होने के बाद दिया जाएगा.
इस योजना के तहत उन लोगों को ही लाभ दिया जाएगा, जिनकी सैलरी 1 लाख रुपये तक ही है. इससे ज्यादा सैलरी पाने वाले युवाओं को प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना के तहत 15000 रुपये का लाभ नहीं मिलेगा. साथ ही EPFO रजिस्टर्ड भी होना आवश्यक है. अगर ईपीएफ के तहत रजिस्टर्ड नहीं हैं तो भी इस योजना के तहत लाभ नहीं मिलेगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश के हर नागरिक की सुरक्षा सुनिश्चित करने और भविष्य की तकनीक-आधारित चुनौतियों का सामना करने के लिए साल 2035 तक ‘सुदर्शन चक्र’ नामक एक राष्ट्रीय सुरक्षा कवच तैयार किया जाएगा.
पीएम मोदी ने इस मिशन के पीछे की प्रेरणा का जिक्र करते हुए कहा कि यह भगवान कृष्ण के सुदर्शन चक्र से प्रेरित है. प्रधानमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि इस मिशन से जुड़ी पूरी रिसर्च, डेवलपमेंट और मैन्युफैक्चरिंग भारत में ही होगी और इसे देश के युवाओं के हाथों से तैयार किया जाएगा.
उन्होंने महाभारत का उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे श्रीकृष्ण ने अपने सुदर्शन चक्र से सूर्य को ढककर दिन में अंधेरा कर दिया था, जिससे अर्जुन अपनी प्रतिज्ञा पूरी कर पाए थे. इसी तरह, भारत का ‘सुदर्शन चक्र’ मिशन भी दुश्मनों के हर हमले को निष्क्रिय करने और उनसे कई गुना अधिक ताकत से पलटवार करने में सक्षम होगा.
उन्होंने कहा कि इस मिशन के तहत एक शक्तिशाली हथियार प्रणाली विकसित की जाएगी, जो सिर्फ दुश्मनों के हमलों को रोकेगी नहीं, बल्कि उन पर निर्णायक प्रहार भी करेगी. प्रधानमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि ‘सुदर्शन चक्र’ मिशन के लिए जरूरी सभी शोध, विकास और विनिर्माण कार्य देश के युवाओं और वैज्ञानिकों द्वारा ही किए जाएंगे.
पीएम मोदी ने इस मिशन के लिए कुछ मूलभूत सिद्धांत भी तय करने की बात कही, ताकि अगले 10 सालों में इसे पूरी प्रखरता के साथ आगे बढ़ाया जा सके. यह ऐलान भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
पीएम मोदी ने लाल किले के प्राचीर से कहा कि मैंने इसी लाल किले से पंचप्रण की बात की थी. विकसित भारत बनाने के लिए ना हम रुकेंगे ना हम झुकेंगे. हम मेहनत करते रहेंगे. 2047 में विकसित भारत बनाकर के रहेंगे. हमारा दूसरा प्रण है हम हमारे जीवन में गुलामी का एक भी कण बचने नहीं देंगे. हम हर प्रकार की गुलामी से मुक्ति पाकर रहेंगे. हम अपनी विरासत पर गर्व करेंगे. हमारी पहचान का सबसे बड़ा आभूषण हमारी विरासत है. इन सबके लिए एकता, ये मंत्र सबसे बड़ा शक्तिशाली मंत्र है.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि एकता की डोर को कोई काट ना सके ये हमारा सबसे बड़ा संकल्प होगा. मां भारती के प्रति कर्तव्य निभाना किसी पूजा से कम नहीं है. हम सब मातृभूमि के कल्याण के लिए 2047 विकसित भारत के लक्ष्य को पार करने के लिए अपने आप को खपा देंगे. अपने आप को झोंक देंगे. किसी भी अवसर को छोड़ेंगे नहीं. नए अवसर बनाएंगे. 140 करोड़ के सामर्थ्य से आगे बढ़ते रहेंगे. हमें याद रखना है कि परिश्रम में जो तपा है उसने ही तो इतिहास रचा है. जिसने फौलादी चट्टानों को तोड़ा है, उसने ही समय को मोड़ा है. और समय मोड़ देने का भी यही समय है सही समय है.