पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस से निलंबित विधायक हुमायूं कबीर ने आखिरकार बाबरी मस्जिद-शैली में मस्जिद निर्माण का शिलान्यास कर दिया है. इससे पहले उनके समर्थक सिर पर ईंट लेकर जाते हुए भी नजर आए थे. हुमायूं कबीर के इस कदम के बाद इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. कोर्ट ने पहले ही मस्जिद निर्माण में हस्तक्षेप करने से इंकार कर दिया था, लेकिन हुमायूं कबीर के इस फैसले के बाद राजनीतिक हलकों में विवाद गहरा गया है और प्रशासन पूरे मामले पर सतर्क निगरानी बनाए हुए है.
शनिवार को एमएलए हुमायूं कबीर के कार्यक्रम को लेकर BJP और TMC के बीच बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप का दौर बढ़ गया है. BJP नेता अमित मालवीय ने सोशल मीडिया के जरिए आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इसका इस्तेमाल राजनीतिक लाभ के लिए कर रही हैं. उनका कहना है कि कबीर के समर्थक मस्जिद निर्माण के लिए ईंटें लेकर इलाके में घूम रहे हैं और कबीर का दावा है कि उन्हें पुलिस का समर्थन भी मिल रहा है.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक अमित मालवीय ने इस क्षेत्र को साम्प्रदायिक रूप से बेहद संवेदनशील बताते हुए चेतावनी दी कि अगर स्थिति बिगड़ती है तो इसका असर नेशनल हाईवे-12 पर पड़ेगा, जिससे राज्य की क़ानून-व्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा पर भारी खतरा हो सकता है.
उनका आरोप है कि यह प्रोजेक्ट धार्मिक नहीं बल्कि राजनीतिक है, जिसका लक्ष्य भावनाएं भड़काना और वोट बैंक को मजबूत करना है. उन्होंने कहा कि इस तरह की गतिविधियां सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचा सकती हैं.
इसी बीच, BJP के ही वरिष्ठ नेता दिलीप घोष ने कहा कि यह घटना पूरी तरह से वोट बैंक राजनीति का हिस्सा है. उन्होंने आरोप लगाया कि TMC चुनावों के मद्देनजर साम्प्रदायिक माहौल को भड़काने की कोशिश कर रही है और कबीर को ‘फ्रीलांसर’ की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है.
