
महाराष्ट्र में मौसम ने हर तरफ तबाही मचा रखी है. शहरों से लेकर गांवों तक में हालत खराब है. मुंबई में आज की भारी बारिश ने शहर की रफ्तार को रोककर रख दिया है. शहर के विले पार्ले के पास वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर ट्रैफिक पूरी तरह से धीमा पड़ गया, वहीं सायन के गांधी मार्केट इलाके में गंभीर जलभराव की समस्या से लोगों को दो चार होना पड़ा. जगह जगह पर पानी भरा हुआ है और गाड़ियां जाम में फंसी हुई है. बारिश की वजह से शहरभर के कई इलाकों में लोग घरों में कैद हो गए और सड़कों पर वाहन रेंगते नजर आए.
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने सुबह 2 बजे ही चेतावनी जारी कर दी थी कि अगले 3 से 4 घंटों में मुंबई और उपनगरों में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है. इसके साथ ही विभाग ने महाराष्ट्र के कोकण क्षेत्र, जिसमें मुंबई, पालघर, रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग और गोवा शामिल हैं. इन इलाकों के लिए फ्लैश फ्लड अलर्ट भी जारी किया था. ताकि लोग एहतियात बरत सकें. IMD के अनुसार, 24 घंटे में रत्नागिरी में 109 मिमी, सांता क्रूज़ में 71 मिमी और गोवा के पणजी में 69 मिमी बारिश दर्ज की गई. IMD ने अगले दो दिनों के लिए मुंबई, ठाणे सहित कोंकण और महाराष्ट्र के घाट इलाकों में भारी से लेकर कुछ जगहों पर बेहद भारी बारिश की संभावना के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. मराठवाड़ा और विदर्भ के कुछ हिस्सों के लिए भी ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.
BMC आयुक्त एवं प्रशासक भूषण गगरानी ने आज दोपहर 12 बजे के बाद मुंबई के सभी स्कूलों और कॉलेजों में अवकाश घोषित कर दिया है. BMC प्रशासन नागरिकों से अपील कर रहा है कि वे केवल आवश्यक होने पर ही अपने घरों से बाहर निकलें. किसी भी आवश्यकता पड़ने पर, सहायता और आधिकारिक जानकारी के लिए बृहन्मुंबई नगर निगम के मुख्य नियंत्रण कक्ष के हेल्पलाइन नंबर 1916 पर संपर्क करने का अनुरोध है. 8:30 बजे से 11:30 बजे तक टाटा पावर चेंबूर में सर्वाधिक 91.5 मिमी बारिश हुई, इसके बाद विक्रोली में 78.5 मिमी, जुहू में 60.0 मिमी, सायन में 58.5 मिमी, बांद्रा में 50.0 मिमी, सांताक्रूज में 47.2 मिमी और कोलाबा में 29.0 मिमी बारिश दर्ज की गई.
महाराष्ट्र के नांदेड़ के मुखेड़ तालुका में सोमवार सुबह से तेज बारिश का सिलसिला जारी है. भिंगोली, भेंडेगांव, हसनाल, रावनगांव, भसवाड़ी और सांगवी भदेव जैसे गांवों में बाढ़ जैसी हालात है. स्थानीय प्रशासन ने एनडीआरएफ की टीमें मौके पर भेज दी हैं और बुज़ुर्ग नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. गांवों में पानी घरों में घुस गया है और खेतों में खड़ी फसलें बर्बाद हो रही हैं. ग्रामीणों का कहना है कि ऐसी बारिश उन्होंने वर्षों बाद देखी है. प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए हैं.
जालना के अंबड़ तालुका में भी भारी बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है. खेतों में पानी भरने से फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं. किसान गंगाधर तारख, पूर्व सरपंच अंतरवाली सरंती ने बताया कि किसान तत्काल पंचनामा कराकर मुआवजे की मांग कर रहे हैं. नांदेड़ के मुखेड़ तालुका में बाढ़ की स्थिति और गंभीर है. कई लोग बाढ़ में फंसे हुए हैं, हालांकि फंसे हुए लोगों की सटीक संख्या अभी स्पष्ट नहीं है.