
मुरादाबाद। मंडलायुक्त आञ्जनेय कुमार सिंह की अध्यक्षता में आयुक्त सभागार में मा. मुख्यमंत्री डैशबोर्ड के अनुसार विकास कार्यों की मंडलीय समीक्षा बैठक संपन्न हुई। बैठक में मंडलायुक्त ने स्वास्थ्य सेवाएं, फार्मर रजिस्ट्री, फैमिली आईडी, पर ड्रॉप-मोर क्रॉप, जल जीवन मिशन, एकीकृत बागवानी मिशन, 15वां वित्त, राज्य वित्त, विद्युत आपूर्ति, कृषि, आरआरसी और कूड़ा कलेक्शन कार्य, पंचायत भवनों में जन सेवा केंद्रों का संचालन, निराश्रित गौवंश संरक्षण, मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना, आईसीडीएस, एनआरएलएम, विद्युत सखी, लखपती दीदी योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना, मनरेगा और जल संचयन सहित विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों की प्रगति को लेकर विस्तृत समीक्षा की।

उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा के दौरान संस्थागत प्रसव की कम रिपोर्टिंग के मुद्दे पर गंभीरता बरतने के निर्देश दिए।
टीबी मॉनिटरिंग की समीक्षा के दौरान मंडलायुक्त ने कहा कि आउटसोर्स/संविदा कर्मियों की लापरवाही से यदि प्रगति प्रभावित होती है तो उनकी सेवाएं समाप्त होनी चाहिए। इसके साथ ही हर चिन्हित टीबी मरीज से उसके स्वास्थ्य में सुधार की नियमित रूप से मॉनिटरिंग होनी चाहिए। आशाओं द्वारा प्राइवेट अस्पतालों में प्रसव कराए जाने के प्रकरण में एफआईआर के साथ ही उनकी सेवाएं समाप्त करने में भी कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
जन आरोग्य मेले में चिकित्सकों की गैरमौजूदगी की शिकायतों पर मंडलायुक्त ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी, सभी सीएमओ प्रभावी नियंत्रण और गंभीरतापूर्वक स्वास्थ्य मेलों का आयोजन कराएं।उन्होंने बिना डिग्री और संसाधनों के प्रसव और अन्य स्वास्थ्य सेवाएं देने वाले अनाधिकृत अस्पतालों पर नियमित तौर पर कार्यवाही के भी निर्देश दिए।
कुपोषण उन्मूलन में ग्राम पंचायतों की अहम भागीदारी है इसके लिए उन्होंने सभी सीडीओ को कुपोषित बच्चों के चिन्हांकन और उनके पोषण प्रबंधन को प्रभावी बनाने के लिए निर्देशित किया।उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जिलों में स्थित ड्रग्स वेयरहाउस का निरीक्षण कराएं ताकि मानकों के अनुसार दवाओं की उपलब्धता होने में कोई अवरोध न हो।उन्होंने बिजनौर और अमरोहा में स्वास्थ्य केंद्रों से मिल रही शिकायतों पर नाराजगी जताई और कहा कि सीएमओ यह सुनिश्चित करें कि स्वास्थ्य केंद्रों पर आने वाले मरीजों के साथ अच्छा व्यवहार होना चाहिए और बेहतर उपचार मिले। दुर्व्यवहार की शिकायतें किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं होंगी।
नकली, प्रतिबंधित और मिलावटी दवाओं की बिक्री पर सख्ती से रोक लगाने के लिए उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि मंडल में स्वास्थ्य सूचकांक में सुधार हुआ है परंतु अब भी काफी सुधार की आवश्यता है।
हर जिले में कम से कम एक अस्पताल को मॉडल अस्पताल के रूप में विकसित करने की दिशा में भी कार्य करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि इससे स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक लाभप्रद बनाने में मदद मिलेगी।

उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी सीयूजी नम्बर पर आने वाली फोन कॉल अनिवार्य रूप से रिसीव करेंगे और यदि किसी कारणवश फोन रिसीव नहीं कर पाते हैं तो कॉलबैक करेंगे।उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारियों के संबंध में प्राप्त हो रही शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए अधीक्षण अभियंता को निर्देशित किया कि विद्युत आपूर्ति से संबंधित सभी अभियंता अनिवार्य रूप से फोन रिसीव करें और समस्याओं का समाधान कराएं।
मंडलायुक्त ने कहा कि मंडल में सड़कों के किनारे गोबर और कूड़ा डालने की परंपरा पूरी तरह समाप्त होनी चाहिए, उन्होंने सफाई अभियान चलाकर ग्राम पंचायतों में इन कमियों को दूर कराने के निर्देश दिए।मंडल के सभी राजकीय हॉस्टल और आश्रम पद्धति विद्यालयों में शासनादेश के अनुसार सभी संसाधनों की उपलब्धता रहे, इसके लिए उन्होंने उप निदेशक समाज कल्याण को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि सभी राजकीय हॉस्टल और आश्रम पद्धति विद्यालयों का निरीक्षण कराएं और कमियों से संबंधित रिपोर्ट भी उपलब्ध कराएं।

कीटनाशी बिक्री केंद्रों पर बिकने वाले कीटनाशी रसायनों की गुणवत्ता दुरुस्त बनाए रखने के सम्बन्ध में उन्होंने मंडल में कृषि विभाग द्वारा की जा रही कार्यवाही की समीक्षा की और सख्ती बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधोमानक कीटनाशी रसायनों की बिक्री करने वालों पर मुकदमा दर्ज होना चाहिए। खाद की आपूर्ति और वितरण व्यवस्था के संबंध में मंडलायुक्त ने कहा कि किसानों को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए, अनाधिकृत रूप से भंडारण करने वाले चिन्हित लोगों के साथ ही अनियमितता बरतने वाले कार्मिकों के विरुद्ध भी तत्काल एफआईआर दर्ज कराई जाए।
गौशालाओं में गौवंश के संरक्षण में किसी प्रकार की समस्या नहीं होनी चाहिए इसके लिए उन्होंने सभी सीवीओ को सतर्कता बरतने के लिए निर्देश दिए। वर्ड फ्लू की स्थिति के बारे में भी मंडलायुक्त ने जानकारी ली और अधिकारियों को सतर्क रहने के लिए कहा।
पेट्रोल पंपों पर पूर्व में स्थापित कराए गए बेबी फीडिंग रूम सक्रिय स्थिति में रहें, इस संबंध में उन्होंने सत्यापन कराने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पेट्रोल पंपों पर निर्धारित शर्तों के अनुसार सभी मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता अनिवार्य रूप से होनी चाहिए। रामपुर के टांडा में पांच वर्ष पूर्व निर्मित मॉडल इंटर कॉलेज की छत टपकने और बिलासपुर में राजकीय हाईस्कूल की बिल्डिंग 15 साल में ही जर्जर होने के प्रकरण में मंडलायुक्त ने जिलाधिकारी रामपुर को जांच कराने तथा बिजनौर में बरसात में मनरेगा के तहत मिट्टी कार्य कराए जाने के प्रकरण में डीएम बिजनौर को जांच कराने के लिए निर्देश दिए।
तालाबों के जीर्णोद्धार के लिए अमरोहा में चलाए जा रहे मिशन-500 की मंडलायुक्त ने सराहना की, उन्होंने कहा कि जल स्रोतों को पुनर्जीवित करने की दिशा में यह बेहतरीन पहल है।उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा से संबंधित अधिकारी मिलावटी एवं अधोमानक खाद्य पदार्थों की बिक्री करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही करें।
बैठक में जिलाधिकारी मुरादाबाद अनुज सिंह, जिलाधिकारी रामपुर जोगिंदर सिंह, जिलाधिकारी बिजनौर जसजीत कौर, जिलाधिकारी अमरोहा निधि गुप्ता वत्स, जिलाधिकारी सम्भल राजेंद्र पेंसिया सहित समस्त मुख्य विकास अधिकारी और अन्य संबंधित मंडलीय और जिला स्तरीय अधिकारी गण मौजूद रहे।