
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के बीच बुलडोजर को लेकर जुबानी जंग छिड़ी हुई है. अब अखिलेश यादव ने सीएम योगी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि बुलडोजर में दिमाग नहीं, स्टीयरिंग होती है. अब स्टीयरिंग कब दिल्ली वाले या जनता खींच ले ये पता नहीं. सपा मुखिया ने एक सवाल के जवाब में कहा कि उनकी बीपी बढ़ गई है, अब दिल्ली जाकर बैठें.
अखिलेश ने कहा कि जो बुलडोजर की बात करते हैं, वह बताएं कि क्या सीएम आवास का नक्शा पास है. अपने हित के लिए इसका इस्तेमाल किया. सीएम योगी के दम-दिमाग वाले बयान पर जवाब देते हुए कहा कि बुलडोजर में दिमाग नहीं होता, स्टीरिंग होता है.
सपा मुखिया ने कहा कि लोगों को नीचा दिखाने के चक्कर में उन्होंने बुलडोजर चलवा दिया. ये लोग असंवैधानिक काम करते हैं. क्या सरकार बुलडोजर के लिए माफी मांगेगी? उन्होंने कहा कि बुलडोजर में दिमाग नहीं, स्टीयरिंग होता है. दिल्ली वाले कब किसका स्टीयरिंग बदल दें, पता नहीं. अब स्टीयरिंग कब दिल्ली वाले या जनता खींच ले ये पता नहीं, जो 46 में 56 बोलते हैं उनसे पूछें कि वह सूची कब आएगी.
सीएम योगी के 2017 से पहले लूट वाले बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जो माफिया की बात है रिकॉर्ड उठाकर देख लें कि माफिया कौन है. जो ये कहते हैं कि 2017 के पहले लूट थी तब क्या सीएम योगी भी उसमें शामिल थे? क्या जिन अधिकारी-कर्मचारियों पर आरोप लगे हैं, उन्हें साथ लेंगे.
जब अखिलेश यादव से पूछा गया कि आपने बुलडोजरों का रुख गोरखपुर की ओर करने को कहा था कि इस पर उन्होंने कहा, “इसमें गलत क्या है. अवैध क्या है, इसको न्यायालय तय करेगा, लेकिन अभी बीजेपी तय करती है कि कौन-सा अवैध और कौन-सा वैध है. उसमें भी आप सलेक्टिव है. कहीं और मत जाइए. आपको याद होगा कि लखनऊ के बिना नक्शा पास किए होटल में आग लग गई थी. उस समय सीएम ने कहा था 24 घंटे में बुलडोजर चल जाएगा. मैं जानना चाहूंगा क्या बुलडोजर की चाभी खो गई. आपको याद है कि नहीं. आप एलडीए में जाइए. सूची निकलवाइए, ये मौका मिला है कि जितनी भी इलीगल बिल्डिंग हैं, उन पर बुलडोजर चलवाइए. लेकिन जब आपका बुलडोजर आगे चलता है तो क्या डीजल खत्म हो जाता है.”
सपा मुखिया ने कहा कि उपचुनाव के दौरान विशेष जाति और धर्म के लोगों को कोई पोस्टिंग न दी जाए, ऐसा कहा गया है. यही तो हम कह रहे हैं कि संविधान खतरे में हैं. जाति और धर्म को देखकर ट्रांसफर और पोस्टिंग हो रही है. जाति देखकर एफआईआर लिखाई जाती है और नहीं भी लिखाई जाती है. इस दौरान जब अखिलेश से पूछा गया कि उपचुना में यूपी कांग्रेस अध्यक्ष पांच सीटें मांग रहे हैं तो इस पर सपा चीफ ने कहा कि 50-50 तो बिस्किट आता है.