
अमरोहा। अमरोहा जिले में यादव समाज की महिलाओं द्वारा किए गए पारंपरिक स्वागत से अभिभूत नजर आईं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पत्नी श्रीमती यशोदा बेन मोदी। उन्हें यहां के ग्रामीण परिवेश रहन-सहन,लोक-संस्कृति तथा रीति रिवाजों से रुबरु होने का मौका मिला।
जिले की मंडी धनौरा तहसील क्षेत्र के सीमावर्ती यादव बाहुल्य गांव मोहम्मदपुर (लोहड्डा) लहदवर में रविवार सुबह से ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पत्नी श्रीमती यशोदा बेन के आगमन पर उनके इंतज़ार में पलक-पावडे बिछाए हर कोई उनके स्वागत करने के लिए आतुर नजर आया। रविवार दोपहर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच यशोदा बेन के साथ कारों का काफिला जैसे ही गांव में पहुंचा तो उन्हें अपने बीच पाकर खुशी से सराबोर महिला बच्चे समेत यादव समाज के लोगों द्वारा पंरपरागत रुप से स्वागत किया गया।
अभूतपूर्व स्वागत से अभिभूत श्रीमती यशोदा बेन ने यहां न केवल पंरपरागत व्यंजनों का स्वाद लिया बल्कि पंरपरागत परिधान व आभूषणों से लकदक ग्रामीण महिलाओं और बच्चों से रूबरू होते हुए उनके साथ समय बिताया। श्रीमती यशोदा बेन गांव मोहम्मदपुर लोहड्डा में आयोजित एक मांगलिक कार्यक्रम में शामिल हुईं थीं। दिल्ली पुलिस में मुख्य आरक्षी के पद पर तैनात अंकित यादव ने बताया कि श्रीमती यशोदा बेन से क़रीब छह साल पूर्व परिवार सहित उनकी मुलाकात उज्जैन के एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान हुई थी। तभी से उनका सारा परिवार उनकी धर्मनिष्ठा का कायल हो गया था। जिस वज़ह से आज़ उनको यहां पश्चिम उत्तर प्रदेश की ग्रामीण पृष्ठभूमि से जुड़े पारंपरिक, सामाजिक तौर तरीकों से रुबरु कराने के उद्देश्य से उन्हें बच्चों के मांगलिक कार्यक्रम में आमंत्रित किया था।
युवा नेता अनुज यादव ने बताया कि श्रीमती यशोदा बेन के गांव में आने की भनक लगने पर आसपास क्षेत्र की ग्रामीण महिलाएं, बच्चे नौजवान उनसे मिलने के लिए सूर्योदय से पहले से ही इकठ्ठा हो गए थे। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के नेता कैलाश गुर्जर तथा समाजवादी पार्टी की महिला नेत्री लता सागर समेत तमाम ग्रामीण कार्यकर्ता, एवं मंडी धनौरा के पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष राजेश सैनी, चांदपुर (बिजनौर) की पूर्व विधायक कमलेश सैनी समेत गणमान्यजन उपस्थित रहे।