
मुरादाबाद। बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा और हिंदुओं के उत्पीड़न के विरोध में सोमवार को करणी सेना ने कलेक्ट्रेट पर जमकर प्रदर्शन किया। राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन में करणी सेना ने मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा को सोची समझी साजिश साजिश बताते हुए बंगाल सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की। करणी सेना ने हिंदुओं के नरसंहार एवं दंगों को रोकने में विफल होने का आरोप लगाते पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की शव यात्रा निकाली एवं उनका पुतला फूंका।


सोमवार को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ठाकुर योगेंद्र सिंह राणा के नेतृत्व में करनी सेना के कार्यकर्ता बंगाल की सरकार और ममता के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए जिला अधिकारी कार्यालय पहुंचे। पश्चिम बंगाल की ममता सरकार पर हिंदुओं की रक्षा में विफल रहने का आरोप लगाते हुए करणी सेना ने उसे बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की, और जिलाधिकारी की गैर मौजूदगी में एसीएम प्रथम अधिकारी अरोड़ा के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा।


करणी सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष योगेंद्र सिंह राणा ने कहा कि बंगाल की हिंसा सोची समझी साजिश है। उन्होंने कहा कि वक्फ कानून के विरोध की आड़ में पूरे बंगाल को हिंसा की आग में जलाया जा रहा है। ममता बनर्जी और उनकी सरकार पूरी तरह हिंदुओं की रक्षा में असफल हो गई है।लिहाजा वह राष्ट्रपति से मांग करते हैं कि बंगाल सरकार को अविलंब बर्खास्त कर वहां राष्ट्रपति शासन लगाया जाए। उन्होंने कहा विरोधी पार्टियों के नेता पश्चिम बंगाल में हिंदुओं के नरसंहार पर चुप्पी साधे हुए हैं, ऐसे लोगों का करणी सेना अब पिंडदान करेगी। उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टी के नेताओं का खेल हिंदू समाज को समझ में आ गया है। लिहाजा ऐसे लोगों का हिंदू लोगों को बहिष्कार कर देना चाहिए।