
यूपी के प्रयागराज में शिक्षा सेवा चयन आयोग के दफ्तर पर शिक्षक अभ्यर्थियों ने धरने का ऐलान किया है. जिसके लिए प्रदेश के अलग अलग हिस्सों से अभ्यर्थियों के पहुंचने का सिलसिला भी जारी है. अभ्यर्थियों का ये धरना नई प्राथमिक शिक्षक भर्ती के विज्ञापन को सोशल मीडिया से डिलीट करने और भर्ती प्रक्रिया में देरी के विरोध में है. अभ्यर्थियों का कहना है कि शिक्षक भर्ती का विज्ञापन सोशल मीडिया पर निकालने के बाद उसे डिलीट कर देना बेरोजगार युवाओं के साथ मजाक है और जबतक सरकार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं करती तबतक उनका आंदोलन जारी रहेगा.
उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के बाहर धरना जारी है. आरोप है कि बीते 7 वर्षों से प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती नहीं हुई. जब तक भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं तब तक आंदोलन का दावा किया जा रहा है. सरकार ने हाल में सोशल मीडिया भर्ती की घोषणा की थी. यूपी सरकार ने 2 लाख शिक्षकों की भर्ती की घोषणा की थी लेकिन बाद में सोशल मीडिया से ये पोस्ट डिलीट कर दी गई. जिसके बाद डीएलएड प्रशिक्षित युवा धरना दे रहे हैं.
अभ्यर्थियों का कहना है कि योगी सरकार से आश्वासन नहीं विज्ञापन चाहिए. छात्रो की मांग है की लगातार शिक्षक रिटायर्ड हो रहे है लेकिन पिछले सात सालों से ज़्यादा का वक्त हो गया है लेकिन शिक्षक भर्ती नहीं हुई और भर्ती का विज्ञापन भी सोशल मीडिया से डिलीट कर दिया जाता है. अब ये नहीं चलेगा हमारा धरना तबतक जारी रहेगा जबतक शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी नहीं किया जाता.
आंदोलनकारी अभ्यर्थियों का दावा है कि हर साल 2.35 लाख अभ्यर्थी डीएलएड प्रशिक्षण में शामिल होते हैं. प्रशिक्षण के बाद भी अभ्यर्थियों को रोजगार नहीं मिल रहा है. बीते 7 वर्षों से प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती नहीं हुई है. प्रशिक्षण के बाद भी नौकरी ना मिलने से अभ्यर्थियों में तनाव है.