संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर चल रही चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “दुनिया के किसी भी नेता ने ऑपरेशन सिंदूर रोकने को नहीं कहा. अमेरिका के उपराष्ट्रपति ने मुझे फोन पर बताया कि पाकिस्तान बहुत बड़ा हमला करने वाला है और मेरा जवाब था कि अगर पाकिस्तान का ये ईरादा है, तो उनको बहुत महंगा पड़ेगा.” सदन में पीएम मोदी ने कहा, “अमेरिका के उपराष्ट्रपति को मेरा जवाब था कि अगर पाकिस्तान का इरादा ऐसा है, तो उसे बहुत महंगा पड़ेगा. हम बड़ा हमला करके जवाब देंगे. आगे मैंने कहा था कि हम गोली का जवाब गोले से देंगे. ये 9 तारीख की बात है. और 9 तारीख रात और 10 तारीख सुबह हमने पाकिस्तान की सैन्य शक्ति को तहस-नहस कर दिया था. यही हमारा जवाब था और यही हमारा जज्बा था.”

उन्होंने आगे कहा कि नौ मई की मध्य रात्रि और दस मई की सुबह हमारी मिसाइलों ने पाकिस्तान के कोनों में प्रहार किया और पाकिस्तान को घुटनों पर आने के लिए मजबूर किया.

पीएम मोदी ने कहा, “जब पाकिस्तान पर कड़ा प्रहार हुआ, तो पाकिस्तान ने फोन करके डीजीएमओ के सामने फोन करके गुहार लगाई कि बस करो बहुत मारे. अब ज्यादा मार झेलने की ताकत नहीं है. प्लीज हमला रोक दो. भारत ने तो पहले दिन ही कह दिया था कि हमने हमारा लक्ष्य पूरा कर दिया है. अगर अब कुछ करोगे, तो महंगा पड़ेगा. भारत की स्पष्ट नीति थी, सेना के साथ मिलकर तय की गई नीति थी कि उनके आकाओं का ठिकाना हमारा लक्ष्य है.”