सीएमओ ने गठित की जांच समिति

भ्रष्टाचार ,पद का दुरुपयोग, अवैध वसूली,आय से अधिक संपत्ति की शिकायत पर सीएम कार्यालय से जारी हुए जांच के आदेश

मुरादाबाद : मुरादाबाद में चिकित्सा विभाग में पिछले 14 वर्षों से एसीएमओ के पद पर तैनात डॉ.नरेंद्र सिंह के मुश्किलें कम होने का नाम नही ले रही हैं। अब राष्ट्रीय बजरंग सेना युवा मोर्चा की प्रदेश महामंत्री मानसी शर्मा की शिकायत पर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद और विशेष सचिव चिकित्सा स्वास्थ एवं परिवार कल्याण विभाग मुख्यमंत्री कार्यालय शशांक त्रिपाठी ने अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ एवं परिवार कल्याण को जांच कर विभागीय कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण द्वारा डॉ. नरेंद्र सिंह पर लगे आरोपों की जांच के लिए सीएमओ को निर्देश दिए गए हैं। जिस पर अग्रिम कारवाई करते हुए 24 दिसंबर को सीएमओ मुरादाबाद द्वारा 03 चिकित्साधिकारियों की टीम गठित की गई है। उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. भारत भूषण को टीम का अध्यक्ष , उप चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजीव बेलवाल एवं उप चिकित्सा अधिकारी डॉ. विकास सिंह को टीम का सदस्य नियुक्त किया गया है।

ग़ौरतलब है कि सीएम योगी को लिखे पत्र में मानसी शर्मा ने डॉ. नरेंद्र सिंह पर आम जनता, सत्ता पक्ष के पदाधिकारियों एवं सदस्य विधान परिषद द्वारा इनके ऊपर की गई भ्रष्टाचार, पद का दुरुपयोग कर अवैध धन वसूली कर सरकार की छवि धूमिल करने एवं आय से अधिक संपत्ति की जांच कराने सहित कई अन्य मामलों की शिकायतें चिकित्सा विभाग में की जा चुकी हैं।परंतु अभी तक इनके ऊपर विभागीय कार्यवाही नही हुई है। जो खेद जनक एवं जांच का विषय है। जबकि इनके विरुद्ध किसान यूनियन व नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन के पदाधिकारी सीएमओ कार्यालय पर धरना प्रदर्शन भी कर चुके हैं।

उन्होंने कहा कि मुरादाबाद जनपद में झोलाछापों और अवैध रूप से संचालित अस्पतालों की जांच के लिए बनाए गए क्वेक्स के नोडल अधिकारी के पद पर तैनात रहते हुए डॉ. नरेंद्र सिंह पर मनमाने तरीके से सिल लगाए जाने, खामियां मिलने पर कार्यवाही नही करने,सिल लगने के बाद अचानक सिल हटाने एवं सिल लगाने के अस्पतालों एवं क्लिनिक संचालन की शिकायतों पर उनका क्षेत्र बदल दिया गया है। डॉ.नरेन्द्र सिंह पर यह भी आरोप लगे कि उन्होंने कई अस्पतालों के पंजीयन नवीनीकरण बिना भौतिक सत्यापन के कर दिए। ठाकुरद्वारा के एबीएम अस्पताल में रेप की घटना के कुछ दिन पहले ही पंजीयन नवीनीकरण हुआ था। जबकि अस्पताल जिन डॉक्टरों के नाम पर चल रहा था। उनके अलावा भी कई झोलाछाप वहां मरीजों का इलाज कर रहे थे। उनके अलावा भी कई झोलाछाप वहां मरीजों का इलाज कर रहे थे। शिकायतों पर जिलाधिकारी महोदय मुरादाबाद ने जांच के निर्देश दिए हैं। साथ ही मुरादाबाद निवासी सदस्य विधान परिषद श्री गोपाल अंजान जी ने इनके विरुद्ध शिकायत की थी। डॉ.नरेंद्र सिंह के चालक व झोलाछाप एक ऑडियो भी वॉयरल हो चुका है। 1 मिनट 53 सेकेंड के ऑडियो में उससे रिश्वत की रकम सीएमओ कार्यालय के कमरा नंबर-19 में गौतम बाबू को चुपचाप दे कर आने की बात कही गई है। इससे पहले भी इनका एक ऑडियो वॉयरल हुआ था जिसमें इनका मुखबिर एक को इन के नाम से धमका रहा था। मामले की गंभीरता को देखते हुए इनके विरुद्ध जिलाधिकारी श्री अनुज सिंह जी ने जाँच के निर्देश दिए थे। परन्तु आज तक उनके खिलाफ विभागीय अधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाही नही की गई। बल्कि किसी लोभ-लालच के चलते सांठ-गांठ कर इन्हें विभागीय संरक्षण दिया जा रहा है।

मानसी शर्मा ने न्यायहित अथवा जनहित में डा.नरेन्द्र सिंह के विरूद्ध विभाग को प्राप्त भ्रष्टाचार एवं पद का दुरुपयोग कर अवैध वसूली,आय से अधिक संपत्ति की शिकायतों पर शासन स्तर से उच्च अधिकारी द्वारा जांच कर विभागीय कार्यवाही की मांग की है।