महाकुंभ 2025 तो जीवनभर याद रहेगा. 3 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ में अब तक करोड़ों लोग डुबकी लगा चुके हैं. अब महाकुंभ के सिर्फ 16 दिन बाकी बचे हैं. यानी कि 26 फरवरी के यह समाप्त हो जाएगा. इस बीच लोगों के प्रयागराज पहुंचने का सिलसिला लगातार जारी है. सभी की ये सोच है कि 144 साल बाद बने इस महासंयोग के दौरान हम भी महाकुंभ में स्नान कर लें. इसीलिए भारी भीड़ प्रयागराज पहुंच रही है. 27 दिनों में 43 करोड़ लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई है. 7 फरवरी को शुक्रवार से लेकर 9 फरवरी को रविवार तक प्रयागराज में जाम से बुरा हाल रहा.आज भी हालात खराब हैं. यूपी हो या एमपी प्रयागराज से लगे बॉर्डरों पर 2 या 4 घंटे नहीं बल्कि पिछले 70 से ज्यादा घंटों से लोग जाम से जूझ रहे हैं.

प्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है. भीड़ को देखते हुए प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है. इसके चलते बॉर्डर जिले से लोगों को लौटाया जाने लगा है. वहीं, प्रयागराज के संगम स्टेशन को 14 फरवरी तक बंद कर दिया गया है.

प्रयागराज संगम स्टेशन संगम घाट के पास होने की वजह से इस स्टेशन पर ज्यादा भीड़ पहुंची है. यहां से संगम घाट सिर्फ 3 कमी की दूरी पर है तो इतने ज्यादा लोग पहुंच गए कि इस स्टेशन को बंद करने की नौबत आ गई. लेकिन वहां का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन प्रयाग जंक्शन यात्रियों के लिए अभी भी खुला हुआ है.

प्रयागराज शहर में आस्था की डुबकी लगाने के लिए लोग ट्रेन में टिकट नहीं मिलने के चलते पर्सनल वाहन से भी आ रहे हैं. जिसकी वजह से शहर में रात में भी जाम लग रहा है.

बनारस से प्रयागराज जाने वाले रास्ते में भीषण जाम देखा जा रहा है. लहरतारा रोड पर जाम देखा गया. बात अगर सुबह 9.55 बजे की करें तो प्रयागराज के भीतर कमला नेहरू रोड पर जाम देखा गया. वही भारद्वाज आश्रम रोड से अमरनाथ झा मार्ग से काफी आगे तक जाम से बुरा हाल है.  वहीं झूंसी के पास भी ट्रैफिक जाम है. सुनीता सिंह, सीता सिंह महाविद्यालय मार्ग के पास भी जाम लगा है.

उत्तर प्रदेश के चंदौली से प्रयागराज जाने वाले रास्ते से सुबह 9.30 बजे जगह-जगह जाम देखा गया. ग्रांड ट्रंक रोड हो या झूंसी रोड या फिर अलोपी माता मंदिर , हर जगह वाहन खड़े हुए हैं. लोग रास्ते में भी फंसे हैं. पंडितपुर के पास भी जाम से हाल बुरा है.

सोनभद्र से प्रयागराज जाने वाले रास्ते पर सुबह 9.40 बजे दो जगहों पर जाम देखा गया.बाकी रास्ता साफ था. लेकिन प्रयागराज में घुसने से पहले जाम से हाल बेहाल देखने को मिला.

जब से महाकुंभ शुरू हुआ है, तब से ही भारी भीड़ प्रयागराज का रुख कर रही है. वहां पर भीड़ का आलम कुछ ऐसा है कि सड़कों पर सिर्फ लोग ही लोग दिखाई दे रहे हैं. सड़क के खाली हिस्से तो कहीं नजर ही नहीं आ रहे. मौनी अमावस्या पर भगदड़ के बाद वहां पर पहुंचने वाले लोगों की संख्या पहले से कम हुई थी लेकिन फिर लोगों ने सोचा कि फिलहाल कोई अमृत स्नान तो है नहीं तो ऐसे में यह मौका स्नान के लिए सही होगा. वीवीआईपी मूवमेंट भी लगभग खत्म हो चुका है. पीएम मोदी और सीएम योगी भी प्रयागराज आकर वापस आ चुके है ये सोचकर भीड़ फिर उमड़ पड़ी. फिर क्या था  लग गया महाजाम.

ज्यादातर लोग यही सोचते हैं कि छुट्टी के दिन महाकुंभ जाना सही रहेगा. शनिवार और रविवार दो दिन की छुट्टी तो सोने पर सुहागा जैसा हो गया. बस इसी सोच के साथ लोग अपने घरों से प्रयागराज के लिए निकल पड़े. अब लोग जाम में फंसे परेशान हो रहे हैं. बहुत से लोग तो घाटों तक पहुंच ही नहीं पा रहे हैं. वहीं जो जा भी रहे हैं उनको न जाने कितने किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ रहा है.

अगर आप मध्य प्रदेश से प्रयागराज जा रहे हैं तो आपको खास ध्यान देने की जरूरत है. मध्य प्रदेश के बॉर्डर से लेकर प्रयागराज तक भयंकर जाम है. रीवा से लेकर जबलपुर तक महाजाम लगा है. सिवनी और कटनी का भी यही हाल है. कटनी और सतना बॉर्डर से करीब 300 किमी तक सिर्फ लोगों का हुजूम दिखाई दे रहा है. हालात इतने खराब हैं कि सीएम मोहन यादव भी लोगों से अपील कर रहे हैं कि लोग व्यवस्था को बनाए रखने में मदद करें. वहीं उत्तर प्रदेश के कानपुर, बनारस, जौनपुर जैसे बॉर्डर वाले जिलों में भी जाम से बुरा हाल है. जानकारी के मुताबिक संगम पहुंचने वाले रास्तों पर 10 से 15 किमी लंबा जाम लगा है.