गजरौला ( अमरोहा )। अपनी मांगों को लेकर चंडीगढ़ में धरना देने जा रहे किसानों को रोके जाने के विरोध में भाकियू संयुक्त मोर्चा ने सरकार की हठधर्मिता तथा तानाशाही रवैए के विरोध में भगवंत मान का पुतला दहन किया।

भारतीय किसान यूनियन संयुक्त मोर्चा के जिला अध्यक्ष राहुल सिद्धू ने कहा कि किसान संकट में हैं। ऐसे में एसकेएम ने बुधवार से एक सप्ताह तक चलने वाले धरने का ऐलान किया था।इस पर पंजाब पुलिस द्वारा किसान नेताओं को रात हिरासत में ले लिया गया। किसानों ने चंडीगढ़ के सेक्टर -34 में शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन की सरकार से अनुमति मांगी थी। लेकिन भगवंत मान के नेतृत्व वाली ‘आप’ सरकार तथा चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा अनुमति देने से इंकार कर दिया गया। किसानों को दिल्ली में धरना प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी जाती है और अब पंजाब राज्य में भी पाबंदी लगा दी गई है। जो सरासर नाइंसाफी है।

जिला अध्यक्ष ने कहा कि एसकेएम में लगभग 30 से ज्यादा किसान संगठन शामिल हैं। और पंजाब के 18 जिलों में धरना प्रदर्शन जारी है।उन्होंने कहा कि यह विडंबना है कि कृषि योजनाओं को बड़े रुप में पेश किया जाता है लेकिन धरातल तक वह विलुप्त हो जाती हैं।जैसे सिंचाई की मुफ्त बिजली और फसल सुरक्षा योजना। उन्होंने कहा कि बिजली निजीकरण रोका जाए, खेती में उपयोग होने वाली सभी वस्तुएं, पदार्थ,बीज व यंत्र जीएसटी मुक्त किए जाएं। एम एस पी गारंटी कानून लागू करें, कारपोरेट घरानों के अरबों-खरबों कर्ज माफ की तर्ज़ पर किसानों के सभी ऋण माफ किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि कारपोरेट घरानों के दबाव में सरकार गन्ना का भाव 500 रुपये घोषित कर बकाया भुगतान अविलम्ब कराया जाए।

इस अवसर पर मुख्य सचिव अरुण सिद्धू, राष्ट्रीय सचिव चंद्रपाल सिंह, कोषाध्यक्ष नरेंद्र चौहान, जिला अध्यक्ष राहुल सिद्धू,युवा जिला अध्यक्ष भुवनेश सैनी,अनुज भारद्वाज, मंडल उपाध्यक्ष नितिन गोस्वामी, संदीप चौधरी मजोला , मेघराज सिंह मुजाहिद खान, भूप सिंह, धर्मवीर सिंह, आदि किसान लोग मौजूद रहे।

@महिपाल