
बिहार में नीतीश कुमार ने एक बार फिर पाला बदल लिया है. उन्होंने राजद नीत महागठबंधन से अपना नाता तोड़ते हुए बीजेपी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में जाने का फैसला किया है. नीतीश कुमार ने 28 जनवरी की सुबह राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया और कुछ देर बाद बीजेपी के समर्थन से दोबारा सरकार बनाने का दावा पेश किया. जदयू नेता के इस फैसले के उनके पूर्व सहयोगी हमलावर हैं. संजय राउत ने नीतीश पर तंज सकते हुए कहा, ‘अयोध्या में राम आए, बिहार में पलटूराम’.
शिवसेना (यूबीटी) के नेता ने नीतीश पर तीखा जुबानी प्रहार करते हुए उन्हें मानसिक रूप से अस्थिर बता दिया. राउत ने कहा, ‘इंडिया ब्लाॅक की स्थिति उत्तम है. ममता बनर्जी अभी बाहर नहीं हुई हैं. आम आदमी पार्टी भी अलग नहीं हुई है. सिर्फ नीतीश कुमार का यह खेल चलता रहता है. उनका मानसिक स्वास्थ ठीक नहीं है. हम उन्हें काफी समय से करीब से जानते हैं. वह बीते कुछ दिनों से बीमार हैं. इसके कुछ व्यक्तिगत कारण हो सकते हैं’.
संजय राउत ने कहा, ‘नीतीश कुमार के हमसे दूर जाने से बिहार की राजनीति पर कोई फर्क पड़ेगा, मुझे ऐसा नहीं लगता. कांग्रेस, तेजस्वी यादव और अन्य छोटे दलों का साथ है. आम आदमी की बात करें तो दिल्ली में कांग्रेस उसके बीच सहमति बन चुकी है. जल्द ही इसकी घोषणा की जाएगी. पंजाब की स्थिति अलग है, जैसे केरल और बंगाल में है’. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ‘देश में आया राम, गया राम जैसे कई लोग हैं. पहले वो और हम मिलकर लड़ रहे थे. जब मैंने लालू जी और तेजश्वी जी से बात की तो उन्होंने भी कहा कि नीतीश जा रहे हैं’.
खड़गे ने कहा, ‘अगर वह रुकना चाहता तो रुक जाता लेकिन वह जाना चाहता है. इसलिए ये बात हमें पहले से ही पता थी. लेकिन इंडिया गठबंधन को बरकरार रखने के लिए हमने कुछ नहीं कहा. अगर हम कुछ गलत कहेंगे तो गलत संदेश जाएगा. इसकी जानकारी हमें लालू प्रसाद यादव और तेजश्वी यादव ने पहले ही दे दी थी. आज वह सच हो गया’.
तेजस्वी यादव ने एक्स पर लिखा, ‘अगर लालू जी BJP से हाथ मिला लेते तो वो आज हिंदुस्तान के राजा हरीशचंद्र होते. तथाकथित चारा घोटाला दो मिनट में भाईचारा घोटाला हो जाता अगर लालू जी का DNA बदल जाता’. तेज प्रताप यादव ने एक्स पर लिखा, ‘गिरगिट तो बस यूं ही बदनाम है. रंग बदलने की रफ्तार से तो पलटिस कुमार को भी गिरगिट रत्न से सम्मानित करना चाहिए’.