उत्तराखंड की सिलकियारा उत्तरकाशी टनल में फंसे मजदूरों का रेस्क्यू करने वाली टीम में शामिल रैट माइनर वकील हसन अपने परिवार के साथ धरने पर बैठे हैं क्योंकि उत्तर-पूर्व दिल्ली के खजूरी खास में स्थित उनके घर को डीडीए ने बुधवार को डिमोलिशन ड्राइव के तहत ढहा दिया गया है. यहां रहने वाले लोगों को नरेला के एक इलाके में शिफ्ट किया जा रहा है. इसका वकील हसन विरोध कर रहे हैं. उन्होंने कहा, हमारे परिवार को ऐसी जगह पर भेजा जा रहा है, जहां कुत्ते भी नहीं रहते.  

वकील हसन ने कहा, वे (बीजेपी सरकार) मुझे नरेला में ऐसी जगह पर रखने की कोशिश कर रहे हैं, जहां कुत्ते भी नहीं रहते.” उन्होंने आगे कहा कि अगर भविष्य में मेरे बच्चों के साथ वहां कोई घटना होती है तो एलजी वीके सक्सेना और सांसद मनोज तिवारी मेरी मदद नहीं कर पाएंगे.

न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए रैट माइनर वकील हसन ने इस साइट से इनकार कर दिया है. उन्होंने कहा कि हम फुटपाथ पर बैठे हुए हैं, जहां उन्होंने अपने परिवार के साथ घर गिराए जाने के बाद दूसरी रात बिताई है. कुछ स्थानीय लोग हमें भोजन और पानी आदि मुहैया करा रहे हैं. उन्हें और उनके परिवार को नरेला में एक ईडब्ल्यूएस फ्लैट में ले जाया गया है.