दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास में पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ बदसलूकी के मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. स्वाति ने सीएम केजरीवाल के निजी सचिव विभव कुमार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. शिकायत में सिर्फ विभव को आरोपी बनाया गया है. स्वाति का कहना है कि उन्हें लातों से मारा गया है. पेट और बॉडी पर भी हमला किया गया है. स्वाति ने दिल्ली पुलिस को चार दिन पहले किए गए पीसीआर कॉल के बारे में भी सिलसिलेवार जानकारी दी है. 

दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को मारपीट, छेड़छाड़ और धमकाने की धाराओं में FIR दर्ज की है. उसके बाद देर रात स्वाति का मेडिकल एग्जामिनेशन कराया गया. अब जल्द ही उनके मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराए जाने की तैयारी है. पुलिस ने विभव कुमार की तलाश तेज कर दी है. उससे भी पूछताछ की जानी है. विभव को राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने भी शुक्रवार को तलब किया है.

स्वाति ने पुलिस से क्या कहा है?

स्वाति मालीवाल ने पुलिस को दिए बयान में कहा, मेरी तरफ से बिना किसी उकसावे के उसने (विभव) मुझे थप्पड़ मारना शुरू कर दिया. मैं चिल्लाती रही, उसने मुझे कम से कम 7-8 थप्पड़ मारे. मैं पूरी तरह सदमे में थी और बार-बार मदद के लिए चिल्ला रही थी. खुद को बचाने के लिए मैंने उसे अपने पैरों से दूर धकेला. इस बीच, वो फिर मुझ पर झपटा और बेरहमी से पिटाई करने लगा. मेरी शर्ट खींच दी. मेरी शर्ट के बटन खुल गए. उसने मेरा सिर पकड़ा और टेबल पर मार दिया. मैं लगातार मदद के लिए चिल्ला रही थी और उसे अपने पैर से दूर धकेल रही थी. उसके बावजूद विभव कुमार नहीं माना और वो अपने पैरों से मेरे सीने, पेट और कमर के निचले हिस्से पर लात मारकर हमला करता रहा. मुझे बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था और मैं उसे रुकने के लिए मिन्नतें करती रही. मेरी शर्ट निकलती जा रही थी. फिर भी वो मुझ पर हमला करता रहा. मैंने उससे बार-बार कहा कि मुझे पीरिएड आ रहे हैं और मुझे छोड़ दो. मुझे बहुत दर्द हो रहा था. हालांकि, उसने बिल्कुल रहम नहीं किया और वो बार-बार पूरी ताकत से हमला करता रहा. मैं किसी तरह छूटकर भागी. फिर मैं ड्राइंग रूम के सोफे पर बैठ गई और हमले के दौरान जमीन पर गिरे अपने चश्मे को उठाया. इस हमले के बाद मैं सदमे में आ गई. मुझे गहरा सदमा लगा और मैंने 112 नंबर पर कॉल करके घटना की सूचना दी.

बता दें कि 13 मई को स्वाति मालीवाल अपने पार्टी नेता अरविंद केजरीवाल से मिलने उनके आवास पहुंची थीं. स्वाति ने शिकायत में दावा किया है कि जब वो ड्राइंग रूम में इंतजार कर रही थी, तभी बिभव ने मेरे साथ साथ बदसूलकी की. बिना किसी उकसावे के हमला किया है, जिसके बाद स्वाति ने पीसीआर कॉल कर पुलिस को सूचना दी थी. बाद में स्वाति पुलिस स्टेशन भी पहुंची थीं. हालांकि, वो बाद में शिकायती पत्र देने की बात कहकर चली गई थीं.

इस बीच, राष्ट्रीय महिला आयोग ने दिल्ली पुलिस को नोटिस भेजा और तीन दिन में एक्शन टेकन रिपोर्ट तलब की थी. उसी रिपोर्ट को तैयार करने के सिलसिले में गुरुवार को अतिरिक्त पुलिस आयुक्त पीएस कुशवाह के नेतृत्व में दो सदस्यीय टीम मध्य दिल्ली स्थित स्वाति मालीवाल के आवास पर पहुंची. करीब साढ़े चार घंटे तक पुलिस की टीम स्वाति के घर पर मौजूद रही. उसके बाद स्वाति ने 13 मई को हुई घटना की पूरी डिटेल्स एप्लीकेशन में लिखकर दी. फिलहाल, पुलिस मुख्यालय में सीनियर अधिकारी स्वाति की शिकायत पर लीगल एक्सपर्ट से बात कर रहे हैं.

FIR रजिस्टर करने के बाद दिल्ली पुलिस की टीमें एक्शन में आ गई हैं. नॉर्थ डिस्ट्रिक, क्राइम ब्रांच पूरे केस की जांच में जुटी है. पुलिस की करीब 10 टीमें पूरे मामले की जांच में जुटी हैं, जिसमें चार टीमें विभव का लोकेशन पता लगा रही हैं. पुलिस सबसे पहले पूरी घटना की टाइमलाइन बना रही है. पुलिस की टीम सीक्वेंस बना रही हैं. सीक्वेंस के हिसाब पुलिस सीसीटीवी तलाशने की कोशिश करेगी. विभव कहां हो सकता है, पुलिस इसके बारे में पता कर रही है. शुक्रवार को महाराष्ट्र में इंडिया ब्लॉक की रैली है. पुलिस को शक है कि कहीं विभव महाराष्ट्र तो नहीं चला गया. 

स्वाति मालीवाल ने अपने बयानों में सोमवार (13 मई) का पूरा घटनाक्रम बताया. उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस को किन हालातों में पीसीआर कॉल की थी. दिल्ली के सिविल लाइन थाने में पुलिस ने IPC की धारा 354 (छेड़छाड़), 506 (जान से मारने की धमकी), 509 (अभद्र कमेंट करना), 323 (मारपीट) के तहत FIR दर्ज की है. स्वाति ने शिकायत में लिखा, विभव ने मुझे कई बार थप्पड़ मारे. लातों से मारा. पेट में मारा. बॉडी पर हमला किया. स्वाति ने शिकायत में बताया कि शरीर पर कई बार हमला किया गया. चेहरे पर अंदरूनी चोटें आई हैं.

दिल्ली पुलिस अब क्राइम सीन पर जा सकती है. स्वाति ने 13 मई को 9 बजकर 34 मिनट पर सीएम हाउस से पीसीआर कॉल की थी. लिहाजा, पुलिस जांच के लिए क्राइम सीन पर जा सकती है. सबूत के लिए और घटनाक्रम को जानने के लिए मौका- ए वारदात का CCTV फुटेज लेने के लिए जा सकती है. सीसीटीवी फुटेज कब्जे में ले सकती है. इसके अलावा, 13 मई को सीएम हाउस में मौजूद स्टाफ के बयान दर्ज कर सकती है. पुलिस विभव को नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुला सकती है. गुरुवार रात में पुलिस टीम विभव के घर पहुंची थी. हालांकि, पुलिस की तरफ से अभी कोई नोटिस नहीं दिया गया है.