
नीट पेपर लीक मामले में बड़ी खबर सामने आई है. बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने पटना में जिस ‘सेफ हाउस’ की बात कही थी, उसकी पुष्टि हुई है. नीट पेपर लीक मामले में पकड़े गए आरोपी ने जिस ‘सेफ हाउस’ के बारे में खुलासा किया था, वह NHAI’s का निरीक्षण बंगला है.
NHAI’s के निरीक्षण बंगले के एंट्री रजिस्टर में अनुराग यादव का नाम दर्ज है, जिसे पुलिस ने नीट पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किया था. नीट पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपी जूनियर इंजीनियर सिकंदर प्रसाद यादवेंदु ने अनुराग यादव के लिए कमरा बुक किया था. इस कमरे में छात्रों को नीट परीक्षा से एक दिन पहले क्वेश्चन पेपर देकर उत्तर रटवाए जा रहे थे और इसके बाद उम्मीदवारों को परीक्षा के दिन सीधा एग्जाम सेंटर पर छोड़ा था.
उन्होंने कहा कि ईओयू ने जांच में शामिल होने के लिए 9 उम्मीदवारों (बिहार से सात और उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र से एक-एक) को नोटिस भी जारी किया है. सूत्रों के अनुसार, यह संदेह है कि इन 9 उम्मीदवारों के साथ-साथ बिहार के चार अन्य परीक्षार्थियों को (जिन्हें पहले ही EOU द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका है) नीट परीक्षा से एक दिन पहले पटना के पास एक ‘सेफ हाउस’ में परीक्षा के प्रश्नपत्र मिल गए थे और उत्तर रटवाए जा रहे थे.
पुलिस ने पेपर लीक मामले में सबसे पहले सिकंदर नाम के शख्स को पकड़ा था उसके बारे में बिहार पुलिस को इनपुट मिला था. आरोपियों ने कई सेंटरों और सेफ हाउस में पेपर सॉल्वर बिठाए थे. इनके पास पहले से ही प्रश्नपत्र मौजूद थे. जूनियर इंजीनियर सिकंदर प्रसाद यादवेंदु को अखिलेश और बिट्टू के साथ शास्त्रीनगर पुलिस ने बेली रोड पर राजवंशी नगर मोड़ पर नियमित जांच के दौरान गिरफ्तार किया था. अब तक की जांच में पता चला है कि जूनियर इंजीनियर सिकंदर ने पेपर लीक की पूरी साजिश रची थी. इनके पास से कई नीट प्रवेश पत्र मिले थे. यादवेंदु द्वारा बताए गए इनपुट के आधार पर छापेमारी के बाद आयुष, अमित और नितिश को गिरफ्तार किया गया. इसके बाद पेपर लीक को लेकर बिहार के नालंदा के संजीव सिंह को भी गिरफ्तार किया गया.
ईओयू के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) मानवजीत सिंह ढिल्लों ने बताया, “जांच के दौरान, ईओयू के अधिकारियों ने छह पोस्ट-डेटेड चेक बरामद किए, जो अपराधियों के पक्ष में जारी किए गए थे, जिन्होंने कथित तौर पर परीक्षा से पहले उम्मीदवारों को प्रश्नपत्र उपलब्ध कराए थे.” उन्होंने कहा कि जांचकर्ता संबंधित बैंकों से अकाउंट होल्डर्स के बारे में जानकारी जुटा रहे हैं. ईओयू ने कथित नीट-यूजी 2024 पेपर लीक मामले में अब तक चार परीक्षार्थियों और उनके परिवार के सदस्यों सहित 13 लोगों को गिरफ्तार किया है.
बता दें कि NEET-UG 2024 का परिणाम 4 जून को घोषित किया गया था. परिणाम घोषित होते ही हंगामा मच गया, कई छात्रों ने विसंगतियों का आरोप लगाया. कथित पेपर लीक और परीक्षा की अखंडता को लेकर चिंताओं के कारण उम्मीदवारों के एक समूह ने नए सिरे से परीक्षा की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.
ईओयू के सूत्रों ने आगे कहा कि अब तक की जांच से पता चला है कि 5 मई की परीक्षा से पहले लगभग 35 उम्मीदवारों को नीट-यूजी के क्वेश्चन पेपर और उनके उत्तर उपलब्ध कराए गए थे. बिहार के विभिन्न स्थानों से उम्मीदवारों को पटना के रामकृष्ण नगर में किराए के घर पर लाया गया, जहां उन्हें प्रश्न पत्र और उत्तर उपलब्ध कराए गए. सूत्रों ने कहा कि पुलिस ने किराए के घर की तलाशी ली और मोबाइल फोन, एडमिट कार्ड और अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए.