संसद की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष का हंगामा

संसद की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्यों ने बजट का विरोध करते हुए हंगामा शुरू कर दिया. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सदस्यों से प्रश्नकाल की कार्यवाही चलने देने की अपील करते हुए कहा कि इस तरह से सदन नहीं चलेगा. सदन व्यवस्था से चलेगा.

संसद की सीढ़ियों पर विपक्ष का प्रदर्शन, स्पीकर ने दी ये व्यवस्था

विपक्षी इंडिया ब्लॉक के सांसद संसद की सीढ़ियों पर प्रदर्शन कर रहे हैं. इसे लेकर नाराजगी जताते हुए स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि किसी भी सदस्य को गेट से अंदर आने में गतिरोध नहीं होना चाहिए. कई सदस्यों ने इसकी शिकायत की है. उन्होंने कहा कि प्रश्नकाल में सत्तापक्ष या विपक्ष, किसी को भी बोलने की इजाजत नहीं होगी. प्रश्नकाल में केवल प्रश्नकाल ही चलेगा. ये व्यवस्था दे रहा हूं. संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि हमारे अपोजिशन एमपी ने जो किया है, वह निंदनीय है. सर्वदलीय बैठक में सभी दलों के नेताओं ने कहा कि सदन नियम से चलना चाहिए, अच्छे से चलना चाहिए. लोकसभा स्पीकर की व्यवस्था के बाद विपक्षी सांसद सदन के बाहर आ गए.

राहुल, सोनिया, अखिलेश भी कर रहे प्रदर्शन

केंद्र सरकार की तरफ से मंगलवार (23 जुलाई) को पेश किए गए पूर्ण बजट को लेकर इंडिया गठबंधन के सांसद प्रदर्शन कर रहे हैं. विपक्षी सांसदों का कहना है कि ये बजट भेदभावपूर्ण है. कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और राज्यसभा के विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे की अगुवाई में संसद के एंट्री गेट पर प्रदर्शन हो रहा है. इसमें सोनिया गांधी, अखिलेश यादव, कल्याण बनर्जी जैसे सांसदों ने भी हिस्सा लिया है. 

विपक्ष शासित राज्यों को किया गया इग्नोर- प्रियंका चतुर्वेदी

इंडिया गठबंधन के सांसदों के प्रदर्शन को लेकर शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, “ये विरोध बजट में भेदभाव के खिलाफ है. सभी विपक्ष शासित राज्यों को नजरअंदाज कर दिया गया है. हमने कल बजट में ‘पीएम महाराष्ट्र विरोधी योजना’ देखी. महाराष्ट्र सबसे ज्यादा टैक्स देने वाला राज्य है, फिर भी हमें बदले में अपना हिस्सा नहीं मिलता.”

बीजेपी सरकार को बचाने पर ध्यान- रणदीप सिंह सुरजेवाला
कांग्रेस सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा है, ”यह ‘कुर्सी बचाओ बजट’, ‘सत्ता बचाओ बजट’, ‘बदला लो बजट’ है. इस बजट से देश की 90% से ज्यादा जनता अलग-थलग हो गई है. मोदी सरकार का ध्यान केवल बीजेपी सरकार को बचाने पर है.”