दिल्ली के रोहिणी के आशा किरण में बीते 20 दिनों में 13 बच्चों की मौत का मामला सामने आया है. इस मामले में दिल्ली सरकार ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं. 

दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने कहा कि मीडिया रिपोर्ट्स से जानकारी मिली है कि जनवरी 2024 से दिल्ली के रोहिणी के आशा किरण होम (मानसिक रूप से विकलांगों के लिए) में 14 मौतें हुई हैं. ये मौतें कथित तौर पर स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं और कुपोषण की वजह से बताई जा रही है. इससे पता चलता है कि बच्चों को उचित सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं.

आतिशी ने कहा कि राजधानी दिल्ली में ऐसी खबर सुनना बहुत चौंकाने वाला है और अगर यह सच पाया जाता है तो हम इस तरह की चूक बर्दाश्त नहीं कर सकते. यह एक बहुत ही गंभीर मुद्दा है और इसकी गहन जांच की जानी चाहिए ताकि इन बच्चों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए ऐसे सभी केयर होम की स्थिति में सुधार करने के लिए पूरी व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए कठोर कदम उठाए जा सकें.

उन्होंने कहा कि इस मामले की तुरंत मजिस्ट्रेट जांच शुरू करने और 48 घंटे के बीतर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए गए हैं. दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. 

इस मामले पर राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा है कि हम रोहिणी के आशा किरण होम के लिए फैक्ट फाइंडिंग टीम भेज रहे हैं. यह टीम सभी संबंधित अधिकारियों से मुलाकात करेगी और इन मौतों का कारण पता लगाने की कोशिश करेगी. हम दिल्ली सरकार द्वारा चलाए जा रहे नाइट शेल्टर्स का भी ऑडिट कर रहे हैं.

बीते 20 दिनों में 13 बच्चों की मौत को लेकर एसडीएम का कहना है कि ये आंकड़ा काफी ज्यादा है. हालांकि, अभी तक मौत के कारणों का पता नहीं चल पाया है. एसडीएम जांच में पता चला है कि मौतें हुई हैं. इस साल अब तक 27 बच्चों की मौत हो चुकी है. पिछले साल के मुकाबले ये आंकड़ा काफी ज्यादा है. साथ ही एसडीएम ने पीने के पानी को लेकर भी सवाल खड़े किए हैं. लेकिन मौत की असली वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगी. 

इस मामले पर दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने कहा कि बीजेपी प्रदर्शन करने पहुंच रही है लेकिन मां और बेटे की मौत पर प्रदर्शन करने के लिए मयूर विहार नहीं गई. लेकिन बीजेपी आशा किरण पहुंच गई है क्योंकि उन्हें पता है कि वो दिल्ली सरकार के अधीन आता है. इस मामले में संबंधित मंत्री करीब से नजर रखे हुए हैं. दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. दिल्ली सरकार लोगों के साथ खड़ी है.