
डॉक्टरों की आज हो रही देशव्यापी हड़ताल के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि स्वास्थ्य पेशेवरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उपाय सुझाने के लिए एक समिति गठित की जाएगी.
मंत्रालय ने व्यापक जनहित में तथा डेंगू और मलेरिया के बढ़ते मामलों को देखते हुए आंदोलनकारी डॉक्टरों से अपनी ड्यूटी पर लौटने का अनुरोध किया. अभी तक डॉक्टरों की तरफ से इस अनुरोध पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
कोलकाता में 8 और 9 अगस्त की रात आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल में महिला डॉक्टर से हुई बर्बरता और हैवानियत के बाद इंसाफ और न्याय की गूंज देश के हर कोने में और तेज होती जा रही है. शहर-शहर, सड़क-सड़क डॉक्टर अपने साथी के साथ रेप और हत्या के बाद इंसाफ मांग रहे हैं. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने डॉक्टर के बलात्कार और हत्या तथा उसके बाद हुई तोड़फोड़ के विरोध में आज देशव्यापी प्रदर्शन का आह्वान किया है.
आईएमए ने सुबह 6 बजे से 24 घंटे के लिए सभी अस्पतालों में गैर-आपातकालीन सेवाएं बंद रखने की घोषणा की है. मेडिकल बॉडी ने एक बयान में कहा कि आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी और कैजुअल्टी वॉर्ड चालू रहेंगे. इससे पहले दिन में FORDA (फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन) ने भी हड़ताल का ऐलान किया था.