
नेपाल की राजधानी काठमांडू की सड़कों पर आज जबरदस्त विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है. हजारों की संख्या में Gen-Z लड़के और लड़कियां सड़कों पर उतर आए हैं. प्रदर्शनकारी नेपाल के संसद परिसर में घुस गए. इसे देखते हुए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और पानी की बौछार की.
ये प्रदर्शनकारी नेपाल में सोशल मीडिया बैन के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं. इसके मद्देनजर काठमांडू में कर्फ्यू लगा दिया गया है. सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. काठमांडू प्रशासन ने तोड़फोड़ करने वाले को देखते ही गोली मारने के आदेश दे दिए हैं. पुलिस ने जिस इमारत से गोली चलाई थी, उसमें तोड़फोड़ की गई है. Gen-Z प्रोटेस्ट में अब तक 22 लोगों की मौत की खबर है. कहा जा रहा है कि 500 प्रदर्शनकारी गोली लगने से घायल हुए हैं.
युवाओं का प्रदर्शन शहर-शहर तेजी से फैल रहा है. विरोध प्रदर्शन बढ़ने के कारण सुनसरी जिले के इटाहारी शहर में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया है. सड़कों पर सुरक्षाबलों की बड़ी संख्या में तैनाती कर दी गई है.
पोखरा शहर में प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री के आवास और कार्यालय तक पहुंचने की कोशिश की. हालांकि, कुछ प्रदर्शनकारी मुख्यमंत्री के कार्यालय को नुकसान पहुंचाने में सफल रहे. जिसके बाद सुरक्षाबलों ने कर्फ्यू लगा दिया.
इटाहारी, पोखरा के अलावा बिराटनगर, नेपालगंज सहित कई शहरों से विरोध प्रदर्शन की खबरें सामने आई हैं. दूसरी ओर राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक चल रही है, जिसमें प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री, गृह मंत्री, चीफ सेक्रेटरी और आर्मी चीफ शामिल हैं.
नेपाल के गृहमंत्री रमेश लेखक ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने नैतिकता का हवाला और प्रदर्शनकारियों के हिंसक दमन का हवाला देते हुए अपना इस्तीफा प्रधानमंत्री को सौंपा है. इसे प्रदर्शनकारियों की बड़ी जीत मानी जा रही है. उन्होंने 15 जुलाई 2024 को नेपाल के गृहमंत्री के तौर पर कार्यभार संभाला था. गृहमंत्री बनने से पहले वे नेपाली कांग्रेस के मुख्य सचेतक भी रह चुके हैं.