उत्तर प्रदेश में 10 विधानसभा सीटों के उपचुनाव से पहले अधिकारियों के तबादलों का मामला तूल पकड़ रहा है. बीते दिनों समाजवादी पार्टी ने दावा किया था कि जिन 10 सीटों पर उपुचनाव होना है वहां से मुस्लिम और यादव अधिकारियों का हटाया जा रहा है. हालांकि सपा के इस दावे पर भारतीय जनता पार्टी ने कहा था कि तबादला सरकार का अधिकार और रूटीन का काम है. हमारी सरकार किसी भी किस्म का भेदभाव नहीं करती है.

अब इसी मामले को लेकर समाजवादी पार्टी के महासचिव और राज्यसभा सांसद प्रोफेसर रामगोपाल यादव और राज्यसभा सांसद जावेद खान बुधवार को भारत निर्वाचन आयोग से मुलाकात करेंगे. सपा का दो सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल, भारत निर्वाचन आयोग के अधिकारियों से मुलाकात करे उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएगी.

सपा पहले ही दे चुकी है ज्ञापन
सपा का आरोप है कि राज्य सरकार उपचुनाव वाले निर्वाचन क्षेत्रों से हर मुस्लिम और यादव अधिकारियों को हटा रही है. सपा का यह भी आरोप है कि बीएलओ भी बदले जा रहे हैं. वे ऐसे सभी तबादलों की एक सूची भारत निर्वाचन आयोग को सौंपेंगे.

इससे पहले 16 अगस्त को सपा की यूपी इकाई के अध्यक्ष श्यामलाल पाल ने ज्ञापन दिया था. ज्ञापन में पाल की ओर से कहा गया था ‘उपचुनाव से पहले जातीय और धर्म के आधार पर बी०एल०ओ० और सुपरवाइजर का बदला जाना अलोकतांत्रिक, असंवैधानिक तथा निष्पक्ष चुनाव सम्पन्न कराने पर प्रश्नचिन्ह लगाया जाना है. समाजवादी पार्टी मांग करती है कि उपरोक्त शिकायत को तत्काल संज्ञान में लेकर जांच कराई जाय, दोषी अधिकारी कर्मचारी दण्डित किये जाय और जांच रिपोर्ट तथा कृत कार्यवाही से पार्टी को अवगत कराया जाये.’